बिहार शरीफ का इब्राहीम बया मकबरा : आखिर क्या है खास !

Written by Sanjay Kumar

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नमस्कार दोस्तों ! आज हम बात करने जा रहे है बिहार शरीफ का इब्राहीम बया मकबरा के बारे में जो बिहार राज्य के नालंदा जिले के बिहार शरीफ अनुमंडल में स्थित हैं |

यह मकबरा बिहार शरीफ के हिरण्य पर्वत (प्राचीन समय में पीर पहाड़ी भी कहा जाता था) के ऊपर स्थित इस्लाम धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण पवित्र स्थल है |

यह मकबरा महान संत इब्राहीम बया का है जिसे उनके सात बेटों में से सबसे बड़े वाले बेटे ने बनाया था | इब्राहीम बया की मृत्यु होने के पाश्चात उनके देह को इसी पहाड़ी में दफनाया गया था |

तो चलिए इस लेख को आगे बढ़ाते हुए इब्राहीम बया के बारे में जानते हैं और उनके मकबरे से जुड़ी इतिहास और महत्व को समझते हैं |

इब्राहीम बया कौन थे ?

इब्राहीम बया एक प्रसिद्ध सूफ़ी संत – योद्धा थे | उनका जन्म अफगानिस्तान में हुआ था ।

इब्राहीम बया 14 वीं शताब्दी में भारत आए थे और इन्होंने स्थानीय मुसलमानों पर अत्याचार करने वाले आदिवासी कोल सरदारों को हराया था |

उन्होंने राजा बिरथल को भी हराया था और बिहार राज्य के पहले मुस्लिम विजेता और राज्यपाल बने | इब्राहीम बया संत के रूप में पूजे जाते है| उनकी कब्र सादगी, उनके परोपकार और आध्यात्मिक की गवाही के रूप में इस पहाड़ी पर स्थित है |

इब्राहीम बया मकबरा का इतिहास 

इब्राहीम बया अपने शासनकाल के दौरान अपनी आखिरी लड़ाई राजा हंस कुमार के साथ लड़ी और रोहतास के किले पर जीत हासिल की |

जब लड़ाई अंततः रुकी तो इब्राहीम ने क्षेत्र में शांति के लिए कानून व्यवस्था स्थापित की | एक रात वो किले के बाहर आए तब अंधेरे में छुपे दुश्मनों के समूह ने उनके ऊपर चुपके से हमला कर दिया और उन्हे मार डाला |

इस प्रकार एक महान संत – योद्धा का जीवन अचानक से समाप्त हो गया | उनकी मृत्यु रविवार 20 जनवरी 1353 इशवी को हुई | उनके शव को दफनाने के लिए बिहारशरीफ लाया गया

ऐसा कहा जाता है कि

इब्राहीम बया को हिरण्य पर्वत खूब पसंद था इसलिए उनके शव को यहाँ इसी पहाड़ी में दफनाया गया था |

इब्राहीम बया मकबरा लगभग 600 से 700 साल पहले का है | इस मकबरे में इब्राहीम बया की कब्र के साथ साथ इनके बेटों , बेटियाँ , भतीजे और इनकी पत्नियों के भी कब्र हैं |

इब्राहीम बया मकबरा का धार्मिक महत्व 

इब्राहीम बया मकबरा एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो आस्था और श्रद्धा का केंद्र है | यह मकबरा संत इब्राहीम बया की सादगी और करुणा को दर्शाता है |

यह मकबरा युवाओं को भी प्रेरित करती है और लोगों को सूफी संतों की शिक्षाओं से परिचित करती है | यह बिहार राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है जो पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है |  

इब्राहीम बया मकबरा का वास्तुकला 

इस मकबरे का निर्माण इब्राहीम बया के सात बेटों में से सबसे बड़े बेटे सैयद दाऊद ने कराया था और इनकी भी कब्र इसी मकबरा के बाहर मौजूद है |

इसकी वास्तुकला देख ऐसा प्रतीत होता हैं जैसे इसका निर्माण प्राचीन काल मे ही हुआ है | इस मकबरे के दो दरवाजे हैं | यह मकबरा चार दीवारी है जो ईट से निर्मित हैं ओर इसका आकार गुबन्द अर्द्ध गोलाकार है जो लोगों को आकर्षित करती हैं |

चूंकि, यह मकबरा पहाड़ों में स्थित है इसलिए इसका वातावरण काफी शांत और सुरम्य है | यहाँ की वादियाँ , हरे भरे पेड़ पौधे इस क्षेत्र को बेहद खूबसूरत बनाती हैं |

इस मकबरे में इब्राहीम बया की कब्र के साथ- साथ चार बेटे , दो बेटियाँ , इनकी दो पत्नियाँ , एक भतीजा और एक दामाद की भी कब्र है |

इस मकबरे मे बाहर इब्राहीम के 3 बेटों की कब्र है जिसमे से दो बेटों की कब्र दक्षिण की तरफ है और एक बेटे( सबसे बड़ा बेटा सैयद दाऊद) की कब्र पश्चिम की तरफ है |

इब्राहीम बया मकबरा के ठीक सामने इनके बेटों को तालीन देने वाले उनके मौलाना का भी कब्र मौजूद है | 

इब्राहीम बया मकबरा कैसे पहुँचे ?

इब्राहीम बया मकबरा बिहार राज्य के नालंदा जिले के बिहार शरीफ में स्थित हैं | यह मकबरा हिरण्य पहाड़ी के ऊपर है | तो इसके लिए आपको सबसे पहले आपको नालंदा आना होगा

जिसके लिए आप हवाई मार्ग , ट्रेन या सड़क मार्ग का चयन कर सकते हैं | नालंदा के बाद आप बिहार शरीफ के लिए आएंगे फिर आप टैक्सी या ई रीक्शा के माध्यम से इस पहाड़ी तक पहुँच सकेंगे |

इब्राहिम बया मकबरा की यात्रा का सर्वोत्तम समय 

प्रिय पर्यटकों आप सभी को बता दे कि आप किसी भी समय इस मकबरा की यात्रा करने आ सकते है लेकिन ईद में आपको यहां अलग ही वातावरण देखने को मिलेगा । ईद के समय में यहां काफी भीड़ होती है और यह जगह काफी सुंदर और आकर्षित लगता है ।

यात्रा टिकट प्राइस 

यह मकबरा पहाड़ी के ऊपर  स्थित हैं और इसकी टिकट प्राइस मात्र 10 रुपये है | यहाँ तक की आप इसी मात्र टिकट से पूरे पहाड़ का भ्रमण कर सकते हैं |

यात्रा गाइड  

  • आरामदायक कपड़े और जूते पहने क्योंकि यह मकबरा पहाड़ी पर स्थित है इससे आपको पहाड़ी का भ्रमण करने में कठिनाई नहीं होंगी |
  • अपने साथ नाश्ता और पानी रखे ताकि आप यात्रा के दौरान ऊर्जावान रहे |
  • यदि आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं तो आप जरूर अपने साथ कैमरा ला सकते है और यहाँ की यादों को कैप्चर सकते है |
  • गंदगी न फेलाये और आसपास के क्षेत्रों का सम्मान करे |
  • आसपास के क्षेत्रों और स्थलों का भी भ्रमण करें |

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इब्राहीम बया मकबरा कहाँ  है?

इब्राहीम बया मकबरा बिहार राज्य के नालंदा जिले में बिहार शरीफ में स्थित है |

इब्राहीम बया मकबरा किस पहाड़ी पर स्थित है?

इब्राहीम बया मकबरा हिरण्य पर्वत के ऊपर स्थित है |

इब्राहीम बया कौन थे ?

इब्राहीम बया एक प्रसिद्ध संत – योद्धा थे जो 14 वीं शताब्दी में भारत आए थे |

इब्राहीम बया के कितने बेटे थे ?

इब्राहीम बया के सात बेटे थे |

इब्राहीम बया मकबरा का निर्माण किसने कराया था ?

इब्राहीम बया मकबरा का निर्माण इब्राहीम बया के सबसे बड़े बेटे सैयद दाऊद  ने कराया था |

निष्कर्ष

इब्राहीम बया मकबरा जो इस्लाम धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण और धार्मिक स्थल है | यह मकबरा इब्राहीम बया के गुणों और परोपकारों को दर्शाता है|

आज आपने इस लेख के माध्यम से इब्राहीम बया और उनके मकबरा के इतिहास और महत्व के बारे में जाना और इससे जुड़ी कई सारी जानकारियाँ भी प्राप्त की |

आशा करते है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा और यदि आपके मन में किसी भी प्रकार का प्रश्न हो या आप हमे कुछ बताना चाहते है तो आप हमारे कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते है |

धन्यवाद !

आपका दिन शुभ हो !

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