नमस्कार मित्रों !आज हम चर्चा करने जा रहे हैं बिहार के नालंदा जिले में स्थित नालंदा संग्रहालय या नालंदा पुरातत्व संग्रहालय के बारे में जो हमारे भारत के इतिहास को प्रस्तुतः करता है |
नालंदा संग्रहालय या नालंदा पुरातत्व संग्रहालय की स्थापना वर्ष 1917 मे की गई थी | यह भारतीय पुरातत्व आलेखों के सबसे माननीय स्थल संग्रहालयों में से एक हैं |
इसमे नालंदा विश्वविद्यालय के उत्खनन स्थल से पाए जाने वाले पुरावशेष हैं जो गुप्त , पाला और मौखरी शासक के संरक्षण के ईसाई युग की 5 वी से 12 वी शताब्दी के दौरान विकसित हुआ था
और नालंदा के आसपास के स्थानों से भी कई प्राचीन वस्तुओं को इस संग्रहालय में जोड़ा गया | इस संग्रहालय के डिस्प्ले में लगभग 350 के आसपास कलाकृतियाँ हैं और रिजर्व कलेक्शन लगभग 13000 से भी ज्यादा मात्रा में हैं |
नालंदा संग्रहालय की जानकारी
Contents
- 1 नालंदा संग्रहालय की जानकारी
- 2 नालंदा संग्रहालय की कलाकृतियाँ व मूर्तियाँ
- 3 नालंदा संग्रहालय घूमने के लिए सर्वउत्तम समय
- 4 नालंदा संग्रहालय टिकट प्राइस | NALANDA MUSEUM TICKET PRICE
- 5 नालंदा संग्रहालय के पास होटल
- 6 नालंदा संग्रहालय का महत्व
- 7 नालंदा संग्रहालय कैसे पहुंचे?
- 8 पर्यटकों के लिए सुझाव
- 9 निष्कर्ष
नालंदा संग्रहालय भारत के बिहार के नालंदा में स्थित एक संग्रहालय हैं | इसकी स्थापना 1917 में हुई थी और यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण संग्रहालयों में से एक हैं |
इस संग्रहालय में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय और आसपास के अन्य स्थलों की खुदाई के दौरान मिली कलाकृतियों और मूर्तियों का एक बड़ा संग्रह मौजूद हैं |
इस संग्रहालय में बोद्ध मूर्तियाँ , नालंदा विश्वविद्यालय की कलाकृतियाँ , हिन्दू और जैन मूर्तियाँ , पांडुलिपियाँ और शिलालेख मौजूद हैं , जिससे हमे प्राचीन काल के बारे में कई जानकारिया प्राप्त होती हैं |
चलिए जानते हैं इस संग्रहालय की कलाकृतियों व मूर्तियों के बारे में –
नालंदा संग्रहालय की कलाकृतियाँ व मूर्तियाँ
1. बोद्ध मूर्तियाँ –
संग्रहालय में बोद्ध मूर्तियाँ का एक प्रभावशाली संग्रह हैं , जिसमे बुद्ध और अन्य देवताओं की प्रतिमा शामिल हैं | इस संग्रहालय में रखी मूर्तियाँ पत्थर , कांस्य , संगमरमर के चुने की बनी हैं परंतु इनमे से अधीकतर बेसाल्ट पत्थर अंकित की गई हैं |
2. नालंदा विश्वविद्यालय की कलाकृतियाँ –
नालंदा विश्वविद्यालय की खुदाई के दौरान कई सारी मिली कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया हैं इस संग्रहालय में , जिसमे मिट्टी के बर्तन , सिक्के, पौराणिक ग्रंथ और अन्य पुरातात्विक खोज शामिल हैं |
3. पांडुलिपियाँ और शिलालेख –
संग्रहालय में पौराणिक पांडुलिपियाँ और शिलालेख का संग्रह हैं , जिसमे प्रसिद्ध नालंदा तांबे की प्लैट शिलालेख भी शामिल हैं |
4. हिन्दू और जैन मूर्तियाँ –
इस संग्रहालय में हिन्दू और जैन मूर्तियों का एक संग्रह हैं जो हमे प्राचीन काल के बारे में बताता हैं, जो हमे धार्मिक और एतिहासिक महत्व को दर्शाता हैं |
नालंदा संग्रहालय घूमने के लिए सर्वउत्तम समय
नालंदा संग्रहालय की यात्रा का सबसे अच्छा समय ऑक्टोबर से मार्च महीनों के बीच हैं | इस अवधि की दौरान जलवायु मुख्य रूप से सुखद होती हैं और पर्यटकों के लिए काफी आरामदायक होती हैं |
नालंदा संग्रहालय टिकट प्राइस | NALANDA MUSEUM TICKET PRICE
आप सभी को यह जान कर हैरानी होगी की नालंदा संग्रहालय की टिकट मूल्य काफी बजट फ़्रेंडली हैं ,इसी मूल्य मात्र 5 रुपये हैं भारतीय नागरिकों के लिए और विदेशियों के लिए मात्र 100 रुपये हैं |
आप निम्नलिखित तरीकों से नालंदा संग्रहालय देखने के लिए टिकट खरीद सकते हैं –
1.अनलाइन टिकट बुकिंग –
आप भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की आधिकारिक वेबसाईट asi.payumoney.com के माध्यम से अनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं |
2. ऑन – साइट टिकट खरीदे –
आप संग्रहालय में साइट पर भी टिकट खरीद सकते हैं |
नालंदा संग्रहालय के पास होटल
नालंदा संग्रहालय बिहारशरीफ़ में स्थित है तो यहाँ आराम से बहुत अच्छे अच्छे होटल मिल जाएंगे वो भी affordable प्राइस में जहां ठहर के आप पूरी नालंदा की सैर कर सकते हैं | बिहारशरीफ़ में अपने बजट के अनुसार होटल रूम प्राइस जानने के लिए हमारे अन्य लेख में जाएं |
नालंदा संग्रहालय का महत्व
प्रिय मित्रों , नालंदा संग्रहालय अपनी इतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता हैं और यह हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक हैं | आइए जानते हैं इसके कुछ प्रमुख महत्व के बारे में –
1. इतिहास का संरक्षण –
यह प्राचीन नालंदा की समृद्ध सांस्कृतिक और बोद्धधिक विरासत को प्रदर्शित करता हैं , जो शिक्षा और बोद्ध धर्म का एक प्रसिद्ध केंद्र हैं |
2. सांस्कृतिक विविधता –
यह संग्रहालय हिन्दू धर्म , जैन धर्म और बोद्ध धर्म सहित कई अन्य प्रकार के धर्मों की कलाकृति को प्रदर्शित करता हैं , जो क्षेत्र की सांकृतिक विविधता को दिखाता हैं |
3. शैक्षिक मूल्य –
यह छात्रों , शोधकर्ताओं और लोगों के लिए एक शिक्षण केंद्र के रूप में प्रस्तुत हैं ,जो प्राचीन भारत की बौद्धिक और कलात्मक उपलब्धियों की झलक दिखाता हैं |
4. राष्ट्रीय गौरव –
यह राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक हैं , जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विराशत और बौद्धिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करता हैं |
5. अनुसंधान और छात्रवृति –
यह संग्रहालय अनुसंधान और छात्रवृति की सुविधा प्रदान करता हैं , जो प्राचीन भारत के इतिहास और संस्कृति की गहराई समझने में योगदान देता हैं |
नालंदा संग्रहालय कैसे पहुंचे?
नालंदा, बिहार में स्थित हैं और नालंदा संग्रहालय तक पहुंचे के लिए सबसे पहले आपको नालंदा आना होगा जिसके लिए आप हवाई मार्ग या ट्रेन या सड़क मार्ग का चयन कर सकते हैं |
नालंदा पहुँचने के पश्चात आपको यहाँ बस व टैक्सी की सुविधा मिल जाएगी जिसकी मदद से आप नालंदा संग्रहालय तक पहुँच सकते हैं |
पर्यटकों के लिए सुझाव
प्रिय पर्यटकों, आप सभों के सुविधा के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित दिए गए हैं –
1. आप एक गाइड किराये पर ले सकते हैं – इस संग्रहालय की कलाकृतियों और इतिहास को गहराई से समझने के लिए एक गाइड किराये पर लेने का विचार करे |
2. पानी और नाश्ता अपने साथ ले जाए – अपनी पूरी यात्रा के दौरान hydrated और ऊर्जावान बने रहे
3. कलाकृतियों का सम्मान करे – सुरक्षित दूरी बनाए रखे और कलाकृतियों को छूने से बचे |
4. आसपास के क्षेत्र का अन्वेषण करे – निकटवर्ती नालंदा विश्वविद्यालय स्थल और अन्य एतिहासिक स्थलों का भ्रमण करे |
5. समय का ध्यान रखे – संग्रहालय के खुलने के समय के अनुसार अपनी यात्रा की प्लैनिंग करे |
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने नालंदा संग्रहालय के बारे में पढ़ा और इसके महत्व को समझा । नालंदा संग्रहालय हमारी धार्मिक, सांस्कृतिक, और एतिहासिक मूल्य की वस्तुओ को एकत्र और संरक्षित करते हैं |
संग्रहालय की यात्रा महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि ये हमे अतीत के बारे में सीखाते हैं व हमे प्रेरणा देते हैं | संग्रहालय जाने के कई लाभ हैं ,
इससे हमे प्राचीन संस्कृतियों की चीजे मिलती हैं जो वर्तमान समय में मौजूद नहीं हैं | यहाँ हमे कई प्रकार के वेद, ग्रंथ , एतेहासिक कलाकृति देखने को मिलते हैं जिससे हमे प्राचीन काल के बारे मे ज्ञान व कई सारी जानकरिया प्राप्त होती हैं |
आशा करते हैं यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको कई सारी जानकारियाँ भी मिली होगी तथा आपके मन में किसी भी प्रकार का प्रश्न व आप हमे कुछ बताना चाहते है तो आप हमारे कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं |
धन्यवाद
आपका दिन शुभ हो !
नालंदा क्यों प्रसिद्ध हैं ?
नालंदा अपने प्राचीन इतिहास के कारण विश्व प्रसिद्ध हैं |
नालंदा संग्रहालय की स्थापना कब हुई थी ?
नालंदा संग्रहालय की स्थापना 1917 में हुई थी |
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना किसने की थी ?
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमार गुप्त प्रथम ने की थी |
नालंदा में क्या प्रसिद्ध हैं ?
नालंदा में सबसे प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय प्रसिद्ध हैं |
नालंदा का राजा कौन था ?
कुमार गुप्त प्रथम