संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। जिला पदाधिकारी नालंदा कुंदन कुमार के निर्देश पर झारखंड में भारी बारिश के बाद लोकाईन नदी तटबंधों की सुरक्षा के लिए बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण प्रमंडल, एकंगरसराय द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं।
बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरत रही है। विभाग द्वारा तटबंधों की लगातार निगरानी, विशेषकर रात के समय, सुनिश्चित की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मरम्मत की जा सके। इसके लिए पर्याप्त संख्या में मजदूर, बालू से भरे बोरे, बांस-बल्ला, फ्लड लाइट और अन्य आवश्यक सामग्री पहले से ही तैयार रखी गई है।
संवेदनशील स्थलों पर किया गया भंडारण
बाढ़ नियंत्रण बिहारशरीफ के कार्यपालक अभियंता के अनुसार, बाढ़ वर्ष 2025 के लिए नदियों पर बने जमींदारी तटबंधों के संवेदनशील व अति-संवेदनशील स्थलों जैसे देकपुरा, कुल्टी, जीराईनपुरी, सिद्धीविगहा, कटौना, इतासंग आदि स्थानों पर बालू से भरे बोरे का भंडारण किया गया है। इसके अलावा बिन्द गांव, नौरंगा, जाना, छापन खंधा एवं सैनिक स्कूल के पास भी बालू के भंडारण की व्यवस्था की गई है।
शहर की नदियों में चल रहा सफाई अभियान
बिहारशरीफ शहर से गुजरने वाली पंचाने नदी में जलकुंभी एवं कचरे की सफाई का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। सफाई के लिए आठ एक्सावेटर, 32 ट्रैक्टर तथा आवश्यक संख्या में श्रमिक लगाए गए हैं। इसके अलावा हवनपुरा रहुई, फतेहली, भदाई, अस्थावां आदि स्थानों पर बांस एवं आरी की व्यवस्था की गई है।
आपात स्थिति से निपटने की तैयारी
बाढ़ से त्वरित बचाव कार्यों के लिए दो मोबाइल एम्बुलेंस (ट्रैक्टर) भी तैनात की गई हैं, जिनमें जनरेटर, फ्लड लाइट, बालू, गिट्टी, खाली बोरे, बांस तथा दस-दस मजदूर हर एम्बुलेंस के साथ रखे गए हैं, ताकि किसी भी स्थान पर तुरंत राहत एवं मरम्मती कार्य किया जा सके।
प्रशासन पूरी तरह सतर्क
जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा सके। बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है और सभी आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।