सुभाष रजक
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)।गुरुवार को नालंदा के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने हिलसा प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के दौरान जीविका दीदियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वे बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के साथ समन्वय स्थापित कर गांव-गांव जाकर मतदाताओं को जागरूक करेंगी और उन्हें एन्यूमरेशन फॉर्म भरने के लिए प्रेरित करेंगी। साथ ही, वे मतदाताओं को आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए भी जागरूक करेंगी।
मतदाताओं को उपलब्ध कराने होंगे वैकल्पिक दस्तावेज
डीएम ने बताया कि पात्र निर्वाचकों को मतदाता सूची में नाम जोड़ने अथवा सुधार के लिए निम्नलिखित वैकल्पिक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:
- केंद्रीय/राज्य/पीएसयू के नियमित कर्मचारी/पेंशनभोगी का पहचान पत्र या पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ)।
- सरकार, स्थानीय प्राधिकरण, बैंक, डाकघर, एलआईसी या पीएसयू द्वारा 01.07.1987 से पूर्व जारी कोई पहचान पत्र/प्रमाण पत्र।
- सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्र।
- पासपोर्ट।
- मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय द्वारा जारी मैट्रिकुलेशन/शैक्षणिक प्रमाण पत्र।
- राज्य प्राधिकारी द्वारा जारी स्थायी निवास प्रमाण पत्र।
- वन अधिकार प्रमाण पत्र।
- सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी ओबीसी/एससी/एसटी या जाति प्रमाण पत्र
- राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (जहां उपलब्ध)।
- स्थानीय प्राधिकार द्वारा तैयार पारिवारिक रजिस्टर।
- सरकार द्वारा जारी भूमि या मकान आवंटन प्रमाण पत्र।
डीएम ने निर्देश दिया कि जीविका दीदियां मतदाताओं को इन दस्तावेजों की जानकारी दें और बीएलओ के साथ समन्वय कर घर-घर जाकर फॉर्म भरवाएं। बीएलओ द्वारा एन्यूमरेशन फॉर्म वितरित कर उन्हें भरने में भी मदद की जा रही है और भरे हुए फॉर्म पुनः बीएलओ द्वारा एकत्र किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी हिलसा, उप निर्वाचन पदाधिकारी, जीविका प्रबंधक, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी सहित कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।