अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । राजगीर के सरस्वती भवन में राष्ट्रीय जनता दल द्वारा राजगीर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ सामाजिक न्याय परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजगीर प्रखंड अध्यक्ष बृजकिशोर मेहता ने की, जबकि संचालन सिलाव प्रखंड अध्यक्ष विजय यादव ने किया।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि राजगीर सामाजिक न्याय की ऐतिहासिक धरती रही है। सम्राट जरासंध और सम्राट अशोक जैसे महापुरुषों के कार्यों से यह क्षेत्र देश-दुनिया में प्रसिद्ध रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी राजगीर और नालंदा सत्ता का केंद्र बने हुए हैं, लेकिन नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गोद में जाकर बैठ गए हैं।
सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 20 वर्षों में भी नालंदा को कृषि के क्षेत्र में विकास से वंचित रखा है। टाल क्षेत्र आज भी जलजमाव से ग्रस्त रहता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्ता में बने रहने के लिए नीतीश कुमार ने सामाजिक न्याय समर्थक समुदायों के नरसंहार के अभियुक्तों तक को टिकट दे दिया।
सांसद ने कहा कि आज हर चौक-चौराहे पर जनता नीतीश कुमार के 20 वर्षों के शासन की तुलना नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के 17 महीने के कार्यकाल से कर रही है। तेजस्वी यादव ने अल्पकाल में जो काम किए, उसे आज तक कोई सरकार करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। आने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प ले चुकी है।
कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध मेहता ने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर तेजस्वी यादव की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की। वहीं, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका भारती ने जातीय जनगणना को लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के संघर्ष की ऐतिहासिक जीत बताया।
इस अवसर पर विधायक अमर पासवान, पूर्व विधायक सतीश कुमार, रविकांत कुमार ने भी सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब अचेत अवस्था में हैं और प्रशासन भाजपा और कुछ चुनिंदा अधिकारियों के इशारे पर चल रहा है। शासन में भ्रष्टाचार, शिष्टाचार में बदल चुका है।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु, प्रधान महासचिव सुनील यादव, दीपक कुमार, मनोज यादव, गोलू यादव, सतेंद्र पासवान, भुवन भास्कर, वीरेंद्र यादव, मोहम्मद महफूज आलम, राजो पासवान, पारस राजवंशी, रजनीश कुमार सिंह, राजीव कमल, पवन यादव, विनोद कुमार, बबलू यादव, अवधेश कुमार, सुधीर यादव, आलोक कुमार, कृष्णा यादव, रामजन्म सिंह यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।