नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है राजगीर की पहाड़ियाँ के बारे में | राजगीर जो अपने एतिहासिक मूल्यों के लिए जाना जाता है |
आपको बता दें राजगीर पाँच पहाड़ों से घिरा हुआ है तो चलिए इस ब्लॉग को आगे बढ़ाते हैं राजगीर के पहाड़ों के बारे में विस्तृत चर्चा करते है |
राजगीर की पहाड़ियाँ से जुड़ी जानकारी
Contents
राजगीर बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित एक एतिहासिक और प्रसिद्ध शहर है | राजगीर कुल पाँच पहाड़ियों से घिरा हुआ है जिसे हम राजगीर की पहाड़ियाँ कह रहे हैं | इन पहाड़ियों के नाम रत्नागिरी, विपलाचल, वैभवगिरी, सोंगीरी और उदयगिरी है |
यह पहाड़ियाँ हिन्दू, बोद्ध और जैन धर्म के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हैं| यह पहाड़ियाँ लगभग 65 km तक चलने वाली दो कतारों में संगठित है और यह अपने सबसे ऊंचे शिखर 388 मीटर तक छू लेती हैं लेकिन ज्यादातर पहाड़ 300 मीटर तक ऊंची है |
पहाड़ श्रेणियों के बीच मौर्य साम्राज्य, भगवान बुद्ध, महाभारत और गुप्त साम्राज्य से जुड़ी हुई कई जगहें हैं| यहाँ कई पर्यटन स्थल और तीर्थस्थल फैले हुए हैं|
राजगीर की पहाड़ियाँ, जाने इसकी महत्व –
राजगीर की पहाड़ियाँ हमारे भारत के इतिहास के साथ जुड़ी हुई है जो हमे एतिहासिक महत्व के साथ साथ धार्मिक महत्व को प्रदर्शित करता है | यह पहाड़ियाँ हिन्दू, बोद्ध, जैन और अन्य धर्मों के साथ जुड़ा हुआ है |
इन पहाड़ियों से जुड़ी राजगीर में कई एतिहासिक स्थल है जो प्राचीन भारत से जुड़ा है | भगवान बुद्ध से जुड़ी कई जगहे है जहां बुद्ध जी ने लोगों को जीवन के महत्व के बारे में बताया था, मौर्य साम्राज्य से जुड़ी कई जगहे है,
महाभारत काल से जुड़ी जैसे जरासंध का अखाड़ा, जरासंध का बैठक और जैन धर्म से जुड़ी जैसे वीरायतन जैन संग्रहालय इत्यादि | आपको इन सभी जगहों को घूमने जरूर आना चाहिए |
राजगीर की पहाड़ियाँ, एक सारांश तालिका-
विवरण | जानकारी |
स्थान | बिहार राज्य, नालंदा जिला, भारत |
मुख्य पहाड़ियाँ | रत्नागिरी, विपलाचल, वैभवगिरी, सोनगिरी, उदयगिरी |
पर्वत श्रृंखला की ऊँचाई | अधिकतम 388 मीटर, औसतन 300 मीटर |
धार्मिक महत्व | हिन्दू, बौद्ध, और जैन धर्म के तीर्थस्थल |
ऐतिहासिक स्थल | जरासंध का अखाड़ा, नालंदा विश्वविद्यालय, विश्व शांति स्तूप, ब्रह्म कुंड |
निकटतम हवाई अड्डा | जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना |
निकटतम रेलवे स्टेशन | राजगीर रेलवे स्टेशन |
निकटतम बस स्टेशन | राजगीर बस स्टेशन |
यात्रा का सर्वोत्तम समय | अक्टूबर से मार्च |
राजगीर कैसे पहुँचे?
राजगीर बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित है | यहाँ तक आने के लिए आप हवाई, ट्रेन या सड़क मार्ग का चयन कर सकते है |
- निकटतम हवाई अड्डा : जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा , पटना
- निकटतम रेल्वे स्टेशन : राजगीर रेल्वे स्टेशन
- निकटतम बस स्टेशन : राजगीर बस स्टेशन
राजगीर में अन्य पर्यटन स्थल-
राजगीर की पहाड़ियाँ, इसके अलावा यहाँ अन्य पर्यटन स्थल जो महाभारत, मौर्य साम्राज्य, गुप्त साम्राज्य और भगवान बुद्ध से जुड़े हुए है-
- नालंदा विश्वविद्यालय
- विश्व शांति स्तूप
- जरासंध का अखाड़ा
- जीवक आम्रवन
- काले बुद्ध
- थाई मंदिर
- ब्रह्म कुंड
- सोन भंडार
राजगीर की पहाड़ियाँ, यात्रा का सर्वोत्तम समय –
राजगीर की पहाड़ियाँ, यात्रा करने आप किसी भी समय जा सकते है लेकिन ऑक्टोबर से मार्च महीनों के बीच यात्रा करना आप सभी लिए आरामदायक होगा क्युकी इस समय वातावरण काफी अनुकूल रहता है |
राजगीर की पहाड़ियाँ यहाँ यात्रा करने से पहले निमनो बातों पर दें ध्यान
- अपने साथ नाश्ता -पानी रखे ताकि यात्रा करते समय आप ऊर्जावान रहे और किसी खाली स्थान में आपको खाने पीने की कोई दिक्कत न रहे |
- अपने समान की सुरक्षा खुद करे और ठहरने के लिए hotels बुक कर ले |
- किसी भी स्थान में जाने से पहले उसके बारे में जानकारी ले ले |
- आप एक गाइड भी ले सकते है जिससे आपको काफी मदद मिलेंगी |
निष्कर्ष
राजगीर की पहाड़ियाँ आपको प्राकृतिक और राजगीर के इतिहास के साथ जोड़ता है | यहाँ की पहाड़ियाँ, नदियाँ और मंदिर पर्यटकों को शांति प्रदान करती है | राजगीर की पहाड़ियाँ न केवल एक पर्यटन स्थल है बल्कि ऐसा स्थल है जो प्राकृतिक से जुडने के साथ-साथ भारत के इतिहास से भी जोड़ती है |
राजगीर कितनी पहाड़ियों से घिरा हुआ है ?
उत्तर- राजगीर पाँच पहाड़ियों से घिरा हुआ है |
राजगीर किस राज्य में स्थित है ?
उत्तर- राजगीर भारत के बिहार राज्य में स्थित है |
राजगीर के पाँच पहाड़ों के नाम क्या – क्या है?
उत्तर- राजगीर के पाँच पहाड़ों के नाम रत्नागिरी, विपलाचल, वैभवगिरी, सोंगीरी और उदयगिरी है |
क्या राजगीर का संबंध भगवान बुद्ध से भी है?
उत्तर- हाँ, राजगीर का संबंध भगवान बुद्ध से भी है |