बिहार खेल विश्वविद्यालय में ऐतिहासिक पहल, 2025-26 से एथलेटिक्स और क्रिकेट में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू होंगे

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर में मंगलवार, 29 अप्रैल को विश्वविद्यालय की प्रथम एकेडमिक एवं एक्टिविटी परिषद की ऐतिहासिक बैठक का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की स्थापना के पश्चात् यह परिषद शैक्षणिक मामलों में सर्वोच्च सांविधिक निकाय के रूप में कार्य कर रही है और यह उसकी पहली औपचारिक बैठक थी।

बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति सह परिषद अध्यक्ष शिशिर सिन्हा (भा.प्र.से. 1982 बैच) ने की। बैठक की शुरुआत परिषद के सदस्य सचिव सह कुलसचिव श्री रजनीकांत (भा.प्रा.से., सेवानिवृत्त) द्वारा सदस्यों के औपचारिक परिचय से हुई। इस अवसर पर कुलपति श्री सिन्हा ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की परिकल्पना माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की है, और विश्वविद्यालय का प्रयास है कि उनके सपनों को साकार किया जाए।

विश्वविद्यालय की प्रमुख घोषणाएँ एवं निर्णय:

  1. खेल प्रशिक्षण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम आरंभ
    शैक्षणिक सत्र 2025-26 से विश्वविद्यालय में एथलेटिक्स और क्रिकेट में खेल प्रशिक्षण हेतु स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम आरंभ करने का निर्णय लिया गया। प्रत्येक पाठ्यक्रम में 20-20 सीटें निर्धारित की गई हैं। इन पाठ्यक्रमों का सिलेबस, परीक्षा योजना और अध्यादेश को परिषद ने अनुमोदित किया। मार्च 2025 में आयोजित राष्ट्रीय कॉन्क्लेव में विषय विशेषज्ञों द्वारा इन पाठ्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई थी। प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता किसी भी विषय में स्नातक तथा निर्धारित स्तर पर खेल सहभागिता का प्रमाण होना आवश्यक होगा।
  2. यूजीसी विनियमन 2025 को अंगीकृत किया गया
    परिषद ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा अधिसूचित “स्नातक एवं स्नातकोत्तर डिग्री प्रदान करने हेतु विनियमन, 2025” को अपनाने का निर्णय लिया। इसके तहत विश्वविद्यालय वर्ष में दो बार नामांकन ले सकेगा—जुलाई-अगस्त और जनवरी-फरवरी में। साथ ही, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट प्रणाली लागू होगी, जिसमें 40 क्रेडिट पर प्रमाणपत्र, 80 क्रेडिट पर डिप्लोमा और 120 क्रेडिट पर डिग्री प्रदान की जाएगी।
  3. प्रशिक्षण प्रकोष्ठ (Training Cell) का गठन
    विश्वविद्यालय ने परीक्षा नियंत्रक की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण प्रकोष्ठ गठित करने का निर्णय लिया है। यह प्रकोष्ठ राज्य के शारीरिक शिक्षा शिक्षकों एवं अन्य मानव संसाधनों को गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
  4. डिप्लोमा की समकक्षता हेतु राज्य सरकार से अनुरोध
    परिषद ने यह प्रस्ताव पारित किया कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे NSNIS पटियाला द्वारा प्रदत्त डिप्लोमा के समकक्ष घोषित करने हेतु राज्य सरकार से अनुरोध किया जाए।

बैठक में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक सह डीन श्री निशिकांत तिवारी ने अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को UGC की मान्यता प्राप्त हो चुकी है, AIU (Association of Indian Universities) की सदस्यता मिल चुकी है और आधिकारिक वेबसाइट https://bsur.bihar.gov.in भी लॉन्च कर दी गई है।

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