संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)।प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल, जिसे भारतीय इतिहास का ‘काला अध्याय’ कहा जाता है, उसकी 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी, नालंदा द्वारा एक सेमिनार, प्रदर्शनी एवं प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व में बिहारशरीफ के नाला रोड स्थित दुर्गा मैरिज हॉल में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर भाजपा बिहार प्रदेश के मंत्री मनोज सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने प्रेस वार्ता एवं सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम में जेपी आंदोलन के उन सेनानियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी की तानाशाही और अत्याचार का प्रतिरोध किया था।
सम्मान स्वरूप उन्हें अंगवस्त्र प्रदान कर अभिनंदन किया गया। मंच से उन सेनानियों ने आपातकाल के दौरान जेल में झेली गई यातनाओं और संघर्ष के अनुभव साझा किए। पीड़ा से भरे उन दिनों को याद करते हुए कई लोगों की आंखें नम हो गईं।

सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश मंत्री मनोज सिंह ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर कांग्रेस द्वारा किया गया सबसे बड़ा प्रहार था। इंदिरा गांधी ने प्रेस की स्वतंत्रता को कुचलते हुए पूरे देश को जेल में तब्दील कर दिया था। विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया और जबरन नसबंदी अभियान चलाया गया, जो मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन था।
मनोज सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आज जो राहुल गांधी संविधान की रक्षा की बातें करते हैं, उन्हें पहले अपने परिवार के इतिहास को देखना चाहिए कि उनके पूर्वजों ने संविधान और लोकतंत्र को किस प्रकार रौंदा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाकर और जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से संविधान व लोकतंत्र की रक्षा की है।
उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन में शामिल राजद के लोग वही हैं, जिन्होंने बिहार में जंगलराज कायम किया और राज्य को लूटने का काम किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।