16 जून को बिहारशरीफ में होगा ‘अतिपिछड़ा अधिकार सम्मेलन’, दिलीप मंडल ने उठाया सरकारों पर भेदभाव का सवाल

Written by Subhash Rajak

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अखिलेंद्र कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। कांग्रेस नेता दिलीप मंडल ने बुधवार को राजेंद्र आश्रम, बिहारशरीफ में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में जानकारी दी कि आगामी 16 जून को बिहारशरीफ के कर्पूरी भवन में “अतिपिछड़ा अधिकार सम्मेलन” का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन में नालंदा जिले के सभी प्रखंडों से हजारों की संख्या में अतिपिछड़ा वर्ग के लोग भाग लेंगे।

उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य सरकारों द्वारा अतिपिछड़ा समाज के साथ किए जा रहे वंचना और भेदभाव के खिलाफ एकजुटता और संघर्ष का स्वर तैयार करना है। दिलीप मंडल ने कहा कि देश को आजाद हुए 78 वर्ष हो गए, लेकिन अतिपिछड़ा वर्ग की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक की सभी सरकारों ने अतिपिछड़े वर्ग को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है, लेकिन वास्तविक हक और अधिकार देने में सभी असफल रही हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वर्तमान में दोनों ही सरकारें अतिपिछड़ा समाज की अनदेखी और हकमारी कर रही हैं।

दिलीप मंडल ने केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2017 में गठित रोहिणी आयोग की सिफारिशों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अब तक इन सिफारिशों को लागू नहीं कर पाई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार अतिपिछड़ा वर्ग की सामाजिक और आर्थिक स्थिति सुधारने के प्रति गंभीर नहीं है।

राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार ने भी अतिपिछड़ा वर्ग के अंदर मजबूत जातियों को विशेष लाभ देकर, वास्तविक रूप से वंचित जातियों को सभी तरह की योजनाओं और अवसरों से वंचित कर दिया है।

दिलीप मंडल ने यह भी कहा कि आने वाले समय में यदि यह वर्ग संगठित नहीं हुआ तो उसकी राजनीतिक हैसियत और भी कमजोर हो जाएगी। उन्होंने लोगों से सम्मेलन में अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की और इसे अपने हक और सम्मान की लड़ाई बताया।

इस पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के अन्य नेताओं में अनिल पाल, जेड इस्लाम, सोनू कुमार और असगर भारती भी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में सम्मेलन को सफल बनाने का आह्वान किया।

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