संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। राजगीर विधानसभा से कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी पद्मश्री डॉ. जगदीश प्रसाद ने सोमवार को बिहारशरीफ स्थित एलीट होटल में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में युवाओं, किसानों, महिलाओं और बेटियों को केंद्र में रखकर कई अहम घोषणाएं कीं। उनका संबोधन न सिर्फ़ जनहितकारी था, बल्कि सभी वर्गों के दिलों को छूने वाला भी साबित हुआ।
दिल से डॉक्टर, समाज के हर वर्ग की धड़कनों की पहचान
कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. प्रसाद ने कहा—
“मैं दिल का डॉक्टर ज़रूर हूँ, लेकिन मुझे समाज के हर वर्ग की धड़कनों की तकलीफ़ मालूम है।”
युवाओं के लिए रोजगार: हर पंचायत में 100 स्थानीय नौकरियां
डॉ. प्रसाद ने घोषणा की कि यदि महागठबंधन की सरकार बनती है तो हर पंचायत में कम से कम 100 युवाओं को स्थानीय रोजगार देने की योजना लागू की जाएगी। इसके लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा—
“हमारे पास ठोस योजना है, सिर्फ़ वादा नहीं।”
महिलाओं के लिए ‘माई बहिन योजना’: ₹2500 प्रति माह की सहायता
महिलाओं की पीड़ा पर बात करते हुए डॉ. प्रसाद ने कहा—
“एक बच्चे का मानसिक विकास मां के गर्भ में ही होता है, लेकिन बिहार की कई महिलाएं गर्भावस्था में भी भरपेट पोषण नहीं ले पातीं। कुछ तो सिर्फ़ चावल खाकर दिन गुजारती हैं। ऐसे में बच्चा कमजोर पैदा होता है और जब वही बच्चा बड़ा होकर प्रतियोगिता में उतरता है, तो वह प्राइवेट स्कूल के बच्चों से पिछड़ जाता है — यह अन्याय है।”
इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने ‘माई बहिन योजना’ शुरू करने की बात कही, जिसके तहत हर गर्भवती महिला को ₹2500 प्रति माह सहायता राशि दी जाएगी।
किसानों को समय पर बीज और खाद की गारंटी
किसानों की समस्याओं पर डॉ. प्रसाद ने तीखा सवाल उठाया—
“डबल इंजन की सरकार ने कब किसानों को समय पर बीज और खाद दिया? सिर्फ़ भाषण से खेत नहीं भरते।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर किसानों को समय से पहले बीज और खाद उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा।
विकास की नई परिभाषा
डॉ. प्रसाद ने कहा—
“पक्की सड़क बनाना, बड़ी इमारतें खड़ी करना विकास नहीं है। असली विकास तब है जब गरीब मां का बच्चा स्वस्थ जन्म ले, अच्छी शिक्षा पाए और उसे रोजगार भी मिले।”
जनसमर्थन में दिखा उत्साह
कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों ने डॉ. प्रसाद के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि आज बिहार को ऐसे संवेदनशील और जमीनी नेता की आवश्यकता है। सभी ने एक स्वर में कहा कि डॉ. प्रसाद में नेतृत्व की संवेदना, ईमानदारी और दूरदर्शिता है, जो वर्तमान राजनीति में विरले ही देखने को मिलती है।
डॉ. जगदीश प्रसाद का यह जनसंवाद कार्यक्रम न केवल वादों की फेहरिस्त थी, बल्कि एक डॉक्टर की संवेदनशील आंखों से देखे गए बिहार की समस्याओं का सार्थक समाधान भी था। अब देखना है कि जनता इस सेवाभावी चेहरे को विधानसभा तक पहुंचाने का अवसर कब देती है।