अपना नालंदा संवाददाता
हरनौत । प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में सरकार द्वारा गेहूं खरीद के लिए चार पैक्स (पोआरी , सोराडीह सहित अन्य) और एक व्यापार मंडल को अधिकृत किया गया है, बावजूद इसके अब तक मात्र 15 क्विंटल गेहूं की ही खरीदारी की गई है।
सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए पंचायत स्तर पर पैक्स इकाइयों के माध्यम से सीधे अनाज खरीद की व्यवस्था की थी। इसके तहत गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
हालांकि, बाजार में निजी व्यापारियों द्वारा 2550 से 2700 रुपये प्रति क्विंटल तक गेहूं की खरीद की जा रही है, जिसके कारण किसान सरकारी खरीद केंद्रों के बजाय निजी साहूकारों को गेहूं बेचना अधिक लाभकारी समझ रहे हैं।
बीसीओ कृष्ण कुमार ने बताया कि अब तक एक व्यापार मंडल और दो पैक्स इकाइयों द्वारा कुल 15 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है, जबकि दो अन्य पैक्स द्वारा कोई खरीदारी नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि किसानों को जागरूक करने का कार्य तेजी से जारी है ताकि वे सरकारी खरीद प्रणाली से जुड़े और तय समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकें।
गौरतलब है कि खरीफ सीजन में भी किसानों ने सरकार द्वारा निर्धारित खरीद केंद्रों के बजाय निजी व्यापारियों को धान बेचा था, जिसके मद्देनज़र सरकार ने गांव-गांव में जागरूकता अभियान भी चलाया था। फिर भी किसानों में सरकारी व्यवस्था को लेकर भरोसे की कमी बनी हुई है।