किसान महासभा की बैठक संपन्न: सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज, विरोध मार्च और महापंचायत की रणनीति तैयार

Written by Subhash Rajak

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करायपरशुराय (नालंदा)। अखिल भारतीय किसान महासभा की बैठक भाकपा (माले) के प्रखंड कार्यालय में किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुनीलाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में भाकपा (माले) के जिला सचिव सुरेंद्र राम समेत कई वरिष्ठ किसान नेता मौजूद रहे। बैठक में किसानों के मुद्दों पर चर्चा हुई और सरकार की नीतियों के खिलाफ बड़े आंदोलन की रूपरेखा तय की गई।

नीतीश सरकार पर हमलावर रहे भाकपा (माले) नेता

बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के जिला सचिव सुरेंद्र राम ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो कभी न्याय के साथ विकास की बात करते थे, अब पूरी तरह भाजपा के चंगुल में फंस चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में अपराध बेलगाम हो चुके हैं और आम जनता पुलिसिया दमन से त्रस्त है।

उन्होंने हाल ही में बेनीपट्टी में एक प्रशिक्षु डीएसपी द्वारा मुस्लिम युवक की पिटाई और सासाराम के सांसद मनोज राम पर जानलेवा हमले की घटनाओं का जिक्र करते हुए सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास को उनके विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने के लिए जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया, लेकिन सरकार ने अब तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

किसानों की जमीन का जबरन अधिग्रहण, मुआवजा भी नहीं मिल रहा

बैठक में किसान महासभा के जिला सचिव पाल बिहारी लाल ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारें किसानों की उपजाऊ जमीन का जबरन अधिग्रहण कर रही हैंछह लेन सड़क निर्माण और अन्य विकास परियोजनाओं के नाम पर किसानों को उनकी जमीनों से बेदखल किया जा रहा है, लेकिन उन्हें उचित मुआवजा तक नहीं दिया जा रहा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए मसौढ़ी के द्वारकानाथ कॉलेज में आयोजित किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में शामिल हों।

किसान महासभा का विरोध मार्च और गांधी मैदान रैली में भागीदारी

हिलसा किसान महासभा के सचिव दिनेश कुमार यादव ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति (NPFAM) लागू कर किसानों की उपज को कॉरपोरेट के हवाले करना चाहती है। उन्होंने घोषणा की कि 20 फरवरी से 22 फरवरी 2025 तक हिलसा अनुमंडल सहित कई प्रखंडों में विरोध मार्च निकाला जाएगा, जहां NPFAM की प्रतियां जलाई जाएंगी

इसके अलावा, भाकपा (माले) द्वारा 9 मार्च 2025 को पटना के गांधी मैदान में आयोजित महाजुटान रैली में किसान महासभा के हजारों कार्यकर्ता भाग लेंगे। इस रैली में सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बनाई जाएगी।

बैठक में सरकार की आलोचना, संघर्ष जारी रखने का संकल्प

बैठक को किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष विजय यादव, साधु बिंद, जयप्रकाश राम सहित कई अन्य नेताओं ने संबोधित किया। सभी नेताओं ने सरकार की किसान विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की और किसानों से संगठित होकर संघर्ष करने की अपील की।

बैठक के अंत में महासभा ने संकल्प लिया कि किसानों के हक और अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा और सरकार की जनविरोधी नीतियों का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

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