अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, राजगीर के न्यायालय में दिनांक 16 जून 2025 को हुई सुनवाई के दौरान लोक प्राधिकार के रूप में अनुपस्थित रहने पर सिलाव नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी सुश्री भावना के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जिला पदाधिकारी, नालंदा कुंदन कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही निर्देश दिया है कि जब तक संतोषजनक उत्तर प्राप्त नहीं होता, तब तक भावना का वेतन भुगतान अवरुद्ध रहेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला स्तरीय समन्वय बैठक में लोक शिकायत निवारण अधिनियम के अंतर्गत दायर परिवाद पत्र संख्या- 527310127032504155 की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि 16 जून को हुई सुनवाई में कार्यपालक पदाधिकारी भावना न तो स्वयं उपस्थित हुईं और न ही उनके द्वारा कोई प्रतिनिधि भेजा गया। इस अनुपस्थिति को प्रशासन ने गंभीर लापरवाही मानते हुए सवाल खड़े किए हैं।
अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, राजगीर ने भी पुष्टि की है कि सूचना देने के बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी भावना सुनवाई में शामिल नहीं हुईं। जिला पदाधिकारी ने इसे प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना मानते हुए तीन बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है:
- क्यों न अनुपस्थिति की तिथि को सेवा में “टूट” (डिसकनेक्शन) माना जाए?
- क्यों न यह लापरवाही उनके सेवा पुस्तिका में अंकित की जाए?
- क्यों न उनके विरुद्ध आगे की कार्रवाई हेतु प्रशासी विभाग को अनुशंसा भेजी जाए?
जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने पर आगे की कड़ी कार्रवाई तय है।