विजय प्रकाश उर्फ पिन्नु
नूरसराय (अपना नालंदा)। नूरसराय के अम्बा नगर निवासी नौ वर्षीय अक्षत राज ने राष्ट्रीय स्तर पर नालंदा और बिहार का नाम रोशन कर दिया है। हाल ही में गुजरात के आईआईटी गांधीनगर में 15 से 18 जून 2025 तक आयोजित राष्ट्रीय स्पेशल ओलंपिक्स वॉलीबॉल एवं बैडमिंटन चैंपियनशिप-2025 में अक्षत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सब-जूनियर वर्ग में वॉलीबॉल में स्वर्ण पदक हासिल किया।
अक्षत राज के कोच नमो नारायण मिश्रा और विनीता कुमारी ने अक्षत को बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत, अनुशासन और समर्पण ने बिहार को गौरवान्वित किया है। बिहार स्पेशल ओलंपिक्स समिति ने भी अक्षत सहित सभी खिलाड़ियों, कोचों और अभिभावकों को इस सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि यह विशेष खिलाड़ियों की प्रतिभा और आत्मबल का प्रमाण है।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
अक्षत राज के पिता शीतल सागर ने बताया कि अक्षत का जन्म ऑटिज्म के साथ हुआ था। जीवन के पहले वर्ष तक वह बोल भी नहीं पाते थे, लेकिन अक्षत ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने खेल के माध्यम से अपने जीवन में अद्भुत उपलब्धियां हासिल कीं और आज वे अन्य बच्चों और समाज के लिए प्रेरणा बन गए हैं।
अक्षत के पिता ने बताया कि इससे पहले 7-8 दिसंबर 2024 को ग्वालियर (मध्यप्रदेश) के अटल बिहारी वाजपेयी सेंटर फॉर डिसएबिलिटी स्पोर्ट्स में आयोजित 11वीं राष्ट्रीय एथलेटिक चैंपियनशिप फॉर ऑटिज़्म में भी अक्षत ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक और सॉफ्टबॉल थ्रो में रजत पदक जीता था।
अक्षत की अन्य उपलब्धियां:
2021 में आयोजित 17वें राष्ट्रीय खेल (सेरेब्रल पाल्सी वर्ग) में सॉफ्टबॉल थ्रो में स्वर्ण पदक और 100 मीटर दौड़ में कांस्य पदक।
2022 में आयोजित 18वें राष्ट्रीय खेल (ऑटिज्म एवं सीपी वर्ग) में 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक।
बिहार स्पेशल ओलंपिक्स 2023 में 100 मीटर दौड़ और सॉफ्टबॉल थ्रो में दो स्वर्ण पदक।
इंटर डिस्ट्रिक्ट स्पेशल गेम्स में 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण और 400 मीटर दौड़ में रजत पदक।
बिहार सरकार ने अक्षत की इन उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मानित भी किया है। पिछले वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने पर अक्षत को एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी दी गई थी।