किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए नालंदा में बनाई जाएगी समन्वित कार्य योजना : डीएम कुंदन कुमार”

Written by Subhash Rajak

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सुभाष रजक
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। नालंदा के जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में जिला कृषि टास्क फोर्स की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में किसानों के कल्याण के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

जिला पदाधिकारी ने निर्देशित किया कि पशुपालन, मत्स्यपालन, गव्य विकास, कृषि, उद्यान, आत्मा, जीविका और मनरेगा विभाग आपसी सहयोग और समन्वय के साथ काम करें ताकि जरूरतमंद किसानों तक योजनाओं का लाभ धरातल पर समयबद्ध तरीके से पहुंच सके।

डीएम ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि गव्य विकास निदेशालय किसी किसान को दुधारू पशु उपलब्ध करा रहा है, तो मनरेगा के तहत उस किसान के लिए पशुशाला का निर्माण कराया जाए। इसके साथ ही जीविका समूह के माध्यम से दूध का संग्रहण एवं उसका प्रसंस्करण (घी, पनीर, मक्खन, लस्सी, मिठाइयां आदि) कर बाजार तक पहुँचाया जाए। इससे किसानों की आय में त्वरित और दीर्घकालिक वृद्धि संभव होगी।

इसी प्रकार, यदि कृषि विभाग किसी किसान को उन्नत बीज उपलब्ध कराता है, तो आत्मा के माध्यम से किसान को विस्तृत प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास कराया जाए, ताकि वह उस फसल का वैज्ञानिक तरीके से उत्पादन और प्रसंस्करण कर सके। किसान अपने उत्पादों को जीविका दीदियों के स्टॉल, बाजार समिति परिसर, डिजिटल प्लेटफॉर्म और अन्य विपणन चैनलों के माध्यम से सीधे ग्राहकों को बेच सकें।

उद्यान विभाग द्वारा संचालित मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, सब्जी एवं फल विकास योजनाओं का लाभ लेने वाले किसानों को भी आत्मा के सहयोग से प्रशिक्षित कर पंचायत या प्रखंड स्तर पर प्रसंस्करण की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, जिससे किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकें और स्थानीय स्तर पर बाजार से सीधा जुड़ सकें।

जिला पदाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि इस कार्य के लिए पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर समेकित कार्य योजना बनाएं ताकि नालंदा जिला कृषि विकास के क्षेत्र में एक आदर्श मॉडल के रूप में उभर सके।

बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, आत्मा, उद्यान विभाग सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

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