मोहम्मद हमजा अस्थानवी
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)।इस्लाम धर्म का सबसे बड़ा त्यौहारों में एक, ईद-उल-अजहा यानी बकरीद आज पूरे जिले में अकीदत व एहतराम के साथ मनाई जाएगी। कुर्बानी के इस पवित्र पर्व को लेकर शुक्रवार की शाम तक बाजारों में भारी भीड़ रही। खासकर बकरा हाटों में गहमागहमी चरम पर रही। बच्चों, बुज़ुर्गों और महिलाओं में त्योहार को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। नमाज़ अदा करने के लिए जिले के विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों में समय निर्धारित कर दिया गया है।
त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। जिला भर में मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। वहीं, विभिन्न मस्जिदों के इमामों ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाएं और कुर्बानी के बाद जानवरों के अवशेष को आसपास ही मिट्टी में दबाकर सफाई व्यवस्था का विशेष ख्याल रखें।
इमारत-ए-शरिया बिहार, झारखंड व ओडिशा के स्थानीय क़ाज़ी मौलाना मंसूर आलम क़ासमी ने बताया कि बकरीद की शुरुआत हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की कुर्बानी की याद में हुई। जब अल्लाह ने उनसे उनकी सबसे प्यारी चीज़ की कुर्बानी देने को कहा, तो उन्होंने अपने बेटे हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम को अल्लाह के हुक्म पर कुर्बान करने का फ़ैसला किया। लेकिन अल्लाह तआला ने उनकी नीयत को देखते हुए एक बकरे को भेजा और हज़रत इस्माईल की जगह उसे कुर्बान कराया। तभी से इस दिन को सुन्नते इब्राहीमी के तौर पर मनाया जाता है।
नमाज़ के समय की सूची जारी
ईद की नमाज़ को लेकर समय निर्धारित कर दिया गया है। शहर और ग्रामीण इलाकों की मस्जिदों और ईदगाहों में निम्नलिखित समय पर ईद-उल-अजहा की नमाज़ अदा की जाएगी:
पुलपर जामा मस्जिद, दायरा मस्जिद, कोलहुआ मस्जिद, पहाड़ी पर मस्जिद, करियन्ना मस्जिद, कागजी मोहल्ला ईदगाह, अस्थावां ईदगाह, देशना — सुबह 7:00 बजे
कमरुद्दीनगंज मस्जिद — सुबह 5:30 बजे
फरीदी मस्जिद, मस्जिद-ए-उम्र — सुबह 6:00 बजे
गढ़पर छोटी मस्जिद — सुबह 6:15 बजे
गढ़पर ईदगाह, बैगनाबाद बड़ी मस्जिद, बनौलिया ईदगाह, कड़ाह ईदगाह, ईमादपुर मस्जिद, बेन मस्जिद, तकिया पर मस्जिद, चांदपुरा मस्जिद, पेढूका मस्जिद, देवकली मस्जिद, माफी मस्जिद, नोखू मियां की मस्जिद, शेखाना छोटी मस्जिद, चिश्तिपुर मस्जिद — सुबह 6:30 बजे
गगनदीवान, मोहनी, छोटी शेखाना मस्जिद, शेखाना बड़ी मस्जिद — सुबह 6:45 बजे
जाना मस्जिद — सुबह 7:15 बजे
बुखारी मस्जिद, बेलछीशरीफ मस्जिद — सुबह 7:30 बजे
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि तय समय से कुछ पहले नमाज़ के स्थानों पर पहुँचे ताकि किसी प्रकार की भीड़ या अव्यवस्था न हो। त्योहार को आपसी भाईचारे, सफाई और तमीज़ से मनाने का यह अवसर, सामाजिक एकता का भी प्रतीक बने — यही जिले के धार्मिक व सामाजिक नेतृत्व की ओर से उम्मीद जताई गई है।