उपरामा उत्क्रमित मध्य विद्यालय बना अनुशासन और गतिविधियों का आदर्श केंद्र प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार की पहल रंग ला रही

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता बिहारशरीफ । उत्क्रमित मध्य विद्यालय, उपरामा ने हाल के वर्षों में न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि सह-पाठयक्रम गतिविधियों में भी अपनी अलग पहचान बनाई है।

विद्यालय के विकास में प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही है। उनके नेतृत्व में विद्यालय का समग्र वातावरण अनुशासित, सुसंगठित और प्रेरणादायक बन गया है।

धनंजय कुमार ने बताया कि विद्यालय में प्रतिदिन समय पर शिक्षक, शिक्षिकाओं और बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाती है। हर सुबह चेतना सत्र के दौरान बिहार राज्य प्रार्थना, राज्य गीत, आज का सुविचार, समाचार पत्र की प्रमुख सुर्खियां, और सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिससे बच्चों में नैतिक शिक्षा, जागरूकता और आत्मविश्वास का विकास होता है।

विद्यालय में महत्वपूर्ण दिवसों का आयोजन, सांस्कृतिक गतिविधियां, खेल प्रतियोगिताएं, चित्रकला, रंगोली, निबंध लेखन, क्विज, नृत्य-संगीत जैसे कार्यक्रम नियमित रूप से कराए जाते हैं।

इन आयोजनों का उद्देश्य बच्चों की छुपी प्रतिभा को उजागर कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए मंच प्रदान करना है।प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हैं और विद्यालय को एक आदर्श शिक्षण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए सतत प्रयासरत हैं।

धनंजय कुमार ने यह भी बताया कि हाल ही में मशाल खेल प्रतियोगिता में विद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया है। वे आशा करते हैं कि आगे चलकर सीआरसी, बीआरसी, जिला एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी उपरामा विद्यालय के छात्र-छात्राएं उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।

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