अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । पूज्य तपस्वी श्री जगजीवन जी महाराज सरस्वती विद्या मंदिर, हसनपुर में सोमवार को एक गरिमामय अवसर पर नवपदस्थ उपप्रधानाचार्य श्री रामजी प्रसाद सिंहा के सम्मान में “अभिभावक तुल्य परिचय समारोह” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की शिक्षिका संगीता दास द्वारा श्री सिंहा का परिचय कराते हुए की गई।
इसके उपरांत परीक्षा प्रभारी अभय पौदार ने पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र भेंट कर श्री सिंहा का औपचारिक स्वागत किया। समारोह के दौरान विद्यालय के समस्त आचार्यों का परिचय भी उपप्रधानाचार्य महोदय से कराया गया।
अपने प्रेरणास्पद उद्बोधन में श्री रामजी प्रसाद सिंहा ने विद्यालय की संगठनात्मक संरचना, उत्तरदायित्व की साझेदारी और सकारात्मक सहभागिता पर बल दिया। उन्होंने कहा—
“कोई भी व्यवस्था तब तक प्रभावी नहीं हो सकती, जब तक उसमें सभी अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभाते। ‘यह मेरा विद्यालय है’ की भावना से ही उत्कृष्टता संभव है।”
श्री सिंहा ने बताया कि वे वर्ष 1997 से विद्यालय में प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत रहे हैं और इस अनुभव को अब उपप्रधानाचार्य की भूमिका में विद्यालय के विकास हेतु समर्पित करेंगे। उन्होंने विज्ञान प्रदर्शनी, खेलकूद प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक आयोजनों में विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों की सामूहिक भागीदारी की प्रशंसा की।
उन्होंने गर्व के साथ कहा कि विद्यालय के अनेक छात्र-छात्राओं ने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त किया है, जो समर्पित शिक्षण, अभिभावकों के सहयोग और सही दिशा का परिणाम है।
कार्यक्रम का समापन अर्जुन सिंह द्वारा शांति मंत्र के साथ किया गया, जिसमें यह संदेश दिया गया कि —
“परिवर्तन की शुरुआत स्वयं से होती है, आलोचना के साथ समाधान का हिस्सा बनना भी आवश्यक है।”
इस प्रेरणादायक अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे और आयोजन को एक सफल, सजीव और सकारात्मक दिशा देने में सहभागी बने।