अपना नालंदा संवाददाता
सिलाव। हल्की बारिश में ही सिलाव बाईपास पर जलजमाव की स्थिति बन जाती है, जिससे सड़क का नजारा झील जैसा हो जाता है। सिलाव बाईपास, थाना रोड और मुख्य बाईपास पर बने नाले एक-दूसरे से नहीं जुड़े होने के कारण लेटरिंग नाले का गंदा पानी हमेशा सड़क पर बहता रहता है। इसी गंदे पानी से होकर प्रतिदिन राहगीरों का आना-जाना होता है, जिसमें सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है।
फोरलेन निर्माण कार्य करवा रहे ठेकेदारों की मनमानी समझी जाए या फिर जिला प्रशासन की लापरवाही, सिलाव बाईपास की यह दुर्दशा अब लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। ठेकेदारों द्वारा जो नाले का निर्माण कराया गया है, वह जगह-जगह अधूरा छोड़ दिया गया है, जिसके कारण नाले का गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है और लोगों को दिन-रात इसी पानी में होकर गुजरना पड़ता है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सिलाव नगर पंचायत प्रशासन इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रहा है। वहीं, जनता के हित की बात करने वाले स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। परिणामस्वरूप स्थिति दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की है ताकि लोगों को जलजमाव और गंदगी से राहत मिल सके।