Rajgir Malmas Mela Kab Lagega 2024

Written by Subhash Rajak

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नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले है Rajgir Malmas mela के बारे में जो की राजगीर का एक धार्मिक और विश्व प्रसिद्ध मेला होता है इस मेले में पूरे देशभर से साधु संत तथा भक्त आते है

राजगीर के इस मेले से बहुत से इतिहासिक महत्व जुड़े हुए जिनके बारे में आज हम इस पोस्ट में जानने वाले है इसके अलावा हम अपको यह भी बताएँगे की यह मेला राजगीर में कब शुरू होने वाला है

ताकि आप समय से इस मेले में जा सकें और इस मेले की पवित्रता को देख सकें –

Malmas मेला क्या है ?

मलमास को अधिक मास या फिर पुरुषोतम मास भी कहा जाता है इस मेला का सीधा संबंध धार्मिकता से है मलमास का मेला हिन्दू धर्म में काफी मान्यता रखता है

इस मेले के दौरान किसी भी शुभ कार्य जैसे ग्रहप्रवेश, शादी या व्यापार को शुरू करना अशुभ माना जाता है लेकीन वही दूसरी तरह इस मेले के अवसर पर व्रत , दान और मंत्र जाप करने जैसे धार्मिक कार्यों को शुभ माना जाता है

मलमास का मेला क्यों मनाया जाता है ?

भारतीय पंचांग के मुताबिक

हर तीसरा साल तेरह महीनों का होता है, जिसे अधिमास या मलमास भी कहा जाता हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार यह मास धार्मिक कार्य हेतु बहुत ही पवित्र माना जाता है

ऐसा भी कहा जाता है की

हिन्दुओं के सभी देवी-देवता इस अधिमास में राजगीर में ही निवास व विचरण करते हैं, जिसके कारण 33 करोड़ देवी-देवताओं को प्रसन्न करने और वांछित फलों के प्राप्ति करने के लिए देश भर से साधु-संत व तीर्थ यात्री पूरे मास यहां प्रवास करने के लिए आते है

मलमास मेला के दौरान राजगीर में अवस्थित 22 कुण्ड एवं 52 धाराओं में श्रद्धालु स्नान करते हैं और भगवान की पूजा करते हैं। यहां प्राचीन काल से ही इस समय मेले को आयोजन किया जाता रहा है |

श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और उन्हें किसी तारह की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े इस लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मलमास मेला क्षेत्र का दो बार निरीक्षण कर सभी संबंधित विभागों में सुधार किए है

मलमास मेले से जुड़ी क्या है मान्यताएँ ?

इस मेले के साथ बहुत सी धार्मिक मान्यता जुड़ी हुई है

ऐसा कहा जाता है की

मलमास के दौरान सूर्य की ऊर्जा कमजोर हो जाती है इसलिए इस समय को शुभ कार्यों के लिए सही समय नहीं माना जाता
इसके आलवा कुछ लोगों का तो यह भी मानना है की इस मेले के दौरान विवाह – शादी की बात करना भी अशुभ होता है हालांकि मलमास के दौरान शरीर और मन को शुद्ध करने के लिए उपवास करना शुभ माना जाता है

मलमास का यह मेला बिहार के गया जिले में मनाया जाता है जो की हिन्दुओ का एक प्रमुख धार्मिक तथा तीर्थ स्थल है इस मेले के दौरान लोग अपने पूर्वजों को तर्पण करने के लिए भी आते है

मलमास मेला कहाँ मनाया जाता है ?

अपकी जानकारी के लिए बता दे की मलमास के महीने में गया के विष्णुपद मंदिर में एक मेला लगाया जाता है जिसको मलमास मेले के नाम से भी जाना जाता है यह मेला पूरे भारत के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है

ऐसा माना जाता है की

इस मेले में लोग अपने पूर्वजों की प्राथना करने तथा उनका आशीर्वाद लेने के लिए आते है

गया में इस मेले के अलावा इस पावन अवसर पर कई अन्य धार्मिक आयोजन भी किए जाते है जिनमे पूजा, भजन और कीर्तन शामिल होते है मलमास के दौरान श्रद्धालु गया के अन्य मंदिरों जैसे तपोवन कपिलेश्वर मंदिर तथा गया देवी मंदिर के भी दर्शन करने जाते है

राजगीर मलमास के बारे में कुछ अन्य जानकारी

राजगीर मलमास मेला, त्रिवार्षिक हिंदू मेला होने के साथ साथ एक तीर्थयात्रा भी है। जो राजगीर, बिहार में आयोजित की जाती है  

यह मेला भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित है इस मेले के दौरान भगवान विष्णु जी की पूजा होती है जिसमे पूरे भारत से लाखों तीर्थयात्री शामिल होने आते हैं। बिहार के गया जी में यह मेला तपोवन में गर्म कुंड के ब्रह्म कुंड संगम पर आयोजित होता है

Rajgir Malmas Mela Kab Lagega 2024

अपको बता दे की Rajgir Malmas Mela एक महीने तक चलने वाला मेला है जिसमे देशभर से श्रद्धालु यात्रा करने आते है इस मेले की शूरवात जुलाई महीने में की जाती है तथा अगस्त महीने के बीच में एक मेले की समाप्ति कर दी जाती है

पिछले साल 2023 में इस मेले को, 18 जुलाई, 2023 को शुरू किया गया था और अगस्त महीने के बुधवार, 16 अगस्त, 2023 को इसको समाप्त कर दिया गया था ।

यह एक पवित्र हिंदू महीना होता है। जिसको कुछ गतिविधियों के लिए अशुभ भी कहा जाता हालाँकि, इस महीने को भगवान विष्णु की पूजा के लिए पवित्र महीना माना जाता है

मलमास के दौरान अशुभ माने जाने वाले कार्य

  • शादी होना
  • नई कार या संपत्ति खरीदना
  • कोई बड़ी निर्माण परियोजना शुरू करना
  • नया व्यवसाय शुरू करना
  • नये घर में जा रहे हैं

मलमास के दौरान शुभ माने जाने वाले कार्य

  • भगवान विष्णु की पूजा करें
  • उपवास
  • पवित्र ग्रंथों का पाठ करना
  • मनन करना

Conclusion

उम्मीद करते है की दोस्तों आप लोगों को हमारे इस आर्टिकल में राजगीर में आयोजित होने वाले मलमास मेले के बारे में सारी जानकारी मिल गई होगी यदि आप इस मेले के बारे में हमसे कुछ भी पूछना चाहते है

तो नीचे दिए गए कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से हमसे पूछ सकते है इसके अलावा यदि अपको ऐसे आर्टिकल पढ़ना पसंद है तो आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है क्योंकि हम वहाँ ऐसे आर्टिकल रोजाना पोस्ट करते रहते है जिससे अपको जानकारी प्राप्त होती रहती है

FAQ

1.राजगीर मलमास मेला का क्या महत्व होता है ?

उत्तर – राजगीर मलमास मेले का एक धार्मिक महत्व है यह हिन्दू धर्म के लिए एक धार्मिक मेला होता है माना जाता है की इस मेले के दौरान हिन्दू धर्म के सभी 33 करोड़ देवी देवता राजगीर में निवास करते है इस मेले के दौरान धार्मिक कार्यों को शुभ माना जाता है तथा विष्णु भगवान की पूजा की जाती है

2.राजगीर में मलमास मेला क्या लगता है –

उत्तर – राजगीर का मलमास मेला प्राचीन काल से राजगीर में लगता आया है इस मेले के दौरान लोग अपने पूर्वजों का तर्पण करने, उनकी प्राथना करने तथा उनका आशीर्वाद लेने के लिए आते है इस मेले में भारत के विभिन क्षेत्रों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है

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