विजय प्रकाश उर्फ पिंनु
नूरसराय (अपना नालंदा) ।ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि आपदा के शिकार परिवारों का सरकारी सहायता पर पहला अधिकार है। आपदा में जब किसी परिवार का कमाने वाला सदस्य काल के गाल में समा जाता है, तो वह परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से पूरी तरह टूट जाता है। सरकार का दायित्व है कि ऐसे परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाए।
ये बातें उन्होंने नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड परिसर में आपदा राहत राशि वितरण समारोह के दौरान कही।
बड़ारा पंचायत के गोसाई बिगहा गांव निवासी रामचरित्र गोप की वज्रपात से मौत के बाद उनके पुत्र रामप्रीत प्रसाद को चार लाख रुपये की सहायता राशि का चेक प्रदान किया गया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले व्यक्तियों के परिजनों को 20-20 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी गई, जिनमें मेयार गांव के रामप्रवेश पासवान (चेक: अरुण देवी को),सुंदर बिगहा की विमला देवी (चेक: फूलचंद्र शर्मा को),कथौली गांव की सावित्री देवी (चेक: तारकेश्वर प्रसाद को),पथरौरा गांव की नेहा कुमारी (चेक: उमेश गिरी को) है।
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि आपदा कभी भी, किसी के साथ भी हो सकती है। सबसे दुखद बात यह है कि सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि दोपहिया या चौपहिया वाहन सावधानीपूर्वक और धीमी गति से चलाएं तथा सड़क सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करें।
मंत्री ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच और मेहनत से बिहार तेजी से प्रगति कर रहा है। जनता को मिलने वाली सरकारी सहायता किसी बिचौलिये की जरूरत नहीं है। लोग किसी के बहकावे में न आएं और कोई भी पैसा देने की आवश्यकता नहीं है।
कार्यक्रम में उपस्थित जदयू के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि बिहार में ‘न्याय के साथ विकास’ की नीति पर सरकार कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार में राज्य के विकास की रफ्तार दोगुनी हो गई है। आज बिहार के विकास मॉडल को अन्य राज्य भी अपना रहे हैं।
इस अवसर पर बीडीओ जियाउल हक, सीओ दीपक कुमार, जदयू प्रखंड अध्यक्ष सोनी लाल, प्रखंड प्रमुख रेखा देवी, दलित प्रकोष्ठ अध्यक्ष भोला चौधरी, विक्की कुमार, शैलेन्द्र चौहान, डॉ. सुनील दत्त, पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार समेत कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।