अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।नालंदा जिले के 17 प्रखंडों के 561 जीविका समर्थित ग्राम संगठनों में शुक्रवार को बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस महाअभियान में आज करीब 8 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी की।
इस संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सरकार की योजनाओं की जानकारी देना, उनके सुझाव एवं आकांक्षाओं को जानना और इन्हें राज्यस्तरीय नीति-निर्माण में शामिल करना है। ‘महिला संवाद’ के तहत चलित वीडियो वैन के माध्यम से सरकार की उपलब्धियों, महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं और सामाजिक विकास परियोजनाओं को चलचित्र के रूप में प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम को दो पालियों में आयोजित किया गया। पहली पाली में 19 ग्राम संगठनों और दूसरी पाली में अन्य 19 ग्राम संगठनों में महिला संवाद हुआ। इन आयोजनों में जीविका स्वयं सहायता समूह की दीदियों के साथ-साथ समूह से नहीं जुड़ी ग्रामीण महिलाएं और युवतियां भी शामिल हुईं।
महत्वपूर्ण बात यह रही कि संवाद के दौरान महिलाएं गाँव, समाज और राज्य के विकास को लेकर गहन चर्चा कर रही थीं। महिलाओं के सुझावों और आकांक्षाओं को मोबाइल एप के माध्यम से संकलित किया जा रहा है, जिससे राज्य सरकार को योजनाओं के क्रियान्वयन और सुधार में मदद मिलेगी।
‘महिला संवाद’ कार्यक्रम की शुरुआत 18 अप्रैल 2025 से जिले के सभी 2214 जीविका महिला ग्राम संगठनों में की गई है। इसके तहत गांव की प्रत्येक महिला को संवाद में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। सभी प्रखंडों में जीविका द्वारा कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है और निर्धारित तिथियों के अनुसार संवाद का आयोजन किया जा रहा है।
आज के कार्यक्रम में कई महिलाओं और युवतियों ने सरकारी योजनाओं से लाभान्वित होने के अपने अनुभव साझा किए। साथ ही उन्होंने अपनी भविष्य की आकांक्षाओं को भी खुलकर रखा। ग्रामीणों ने सड़क सुधार, नाली निर्माण, सामुदायिक शौचालय, विधवा पेंशन में वृद्धि, राशन दुकान की सुविधा, और दिव्यांग भत्ता जैसी मांगें प्रमुखता से रखीं।
इस अवसर पर जिला परियोजना प्रबंधक संजय प्रसाद पासवान, प्रबंधक संचार संतोष कुमार, प्रबंधक सामाजिक विकास पंकज कुमार, सभी प्रखंड परियोजना प्रबंधक और अन्य जीविका कर्मी उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।