अपना नालंदा संवाददाता
सिलाव ।सिलाव नगर पंचायत के वार्ड संख्या 09, कड़ाह डीह मुर्गी फार्म से छठ घाट तक बनाई जा रही सीमेंटेड सड़क की ढलाई कार्य में अनियमितता को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और समाजसेवियों ने नगर प्रशासन से शिकायत की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ढलाई कार्य में भारी लापरवाही बरती जा रही है। कार्य स्थल पर न तो योजना बोर्ड लगाया गया है और न ही साइट पर कोई जूनियर इंजीनियर या सुपरवाइज़र उपस्थित रहता है। साथ ही, कार्य में वाइब्रेटर मशीन का भी उपयोग नहीं हो रहा है। टैंकर की भी व्यवस्था नहीं है जिससे पानी का छिड़काव किया जा सके।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क के किनारों पर जहां 7 से 8 इंच मोटाई में ढलाई की जा रही है, वहीं बीच में सिर्फ 3 से 4 इंच ही सीमेंट-कंक्रीट डाला जा रहा है। इससे सड़क की गुणवत्ता और टिकाऊपन पर सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामीणों ने नगर अध्यक्ष, कार्यपालक पदाधिकारी और जूनियर इंजीनियर को इसकी सूचना दी है। उन्होंने बताया कि इस कार्य का एस्टीमेट मांगने पर नगर पंचायत की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद आरटीआई के माध्यम से एस्टीमेट की मांग की गई, लेकिन वहां से भी अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई है, जबकि कार्य तेजी से जारी है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक कार्य का एस्टीमेट सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, तब तक यह पता लगाना संभव नहीं है कि सड़क निर्माण में कितना गिट्टी, सीमेंट और बालू उपयोग होना है और योजना की तकनीकी स्वीकृति क्या है।
ग्रामीणों के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए नगर अध्यक्ष ने कार्य स्थल पर जाकर जांच करने का आश्वासन दिया है। अब स्थानीय लोगों की नजर इस बात पर टिकी है कि ठेकेदार पर क्या कार्रवाई होती है और कार्य में किस प्रकार का सुधार किया जाता है।