तेजस्वी यादव के संघर्ष के आगे झुकी भाजपा, जातीय जनगणना पर राजद ने बताया अपनी जीत

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।जिला राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता दीपक कुमार ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें जातीय जनगणना के राष्ट्रीय निर्णय का असली नायक बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय भारतीय जनता पार्टी को राजद के दशकों पुराने संघर्ष और जनदबाव के आगे लेना पड़ा है, जो राजद की ऐतिहासिक जीत है।

दीपक कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव वर्षों से जातीय जनगणना की मांग करते रहे हैं, जिसे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजनीतिक आंदोलन का रूप दिया। उनके नेतृत्व और पहल पर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जातीय जनगणना करवाई गई और उसकी रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने 65% आरक्षण लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अब इस निर्णय का झूठा श्रेय लेने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि वर्षों तक केंद्र और राज्य सरकार में रहते हुए भी उन्होंने इस विषय पर कोई ठोस पहल नहीं की। उन्होंने विशेष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में नीतीश कुमार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि उस समय नीतीश कुमार केवल केंद्रीय मंत्री पद की लालसा में लगे रहे और जातीय जनगणना पर चर्चा तक नहीं हुई।

प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के सरकार से हटते ही एनडीए ने पटना हाईकोर्ट की आड़ लेकर जातीय जनगणना और बढ़े हुए आरक्षण को कमजोर करने का प्रयास किया। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि जातीय जनगणना और आरक्षण के प्रावधानों को संविधान की नवमी अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे कानूनी सुरक्षा मिल सके।

दीपक कुमार ने कहा कि जनता अब सब कुछ समझ रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए को इसका करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने दोहराया कि राजद, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सामाजिक न्याय की लड़ाई को और तेज करेगा।

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