बिहारशरीफ: “24 घंटे में स्पष्ट करें कौन है महागठबंधन प्रत्याशी, वरना हम लड़ेंगे अपने दम पर”- सीपीआई उम्मीदवार शिव कुमार यादव का बड़ा बयान

Written by Sanjay Kumar

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अरुण कुमार मयंक

बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। बिहारशरीफ विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। जहां एक ओर भाजपा विधायक डॉ. सुनील कुमार का वर्षों पुराना दबदबा है, वहीं अब महागठबंधन के भीतर ही घमासान मच गया है।

सीपीआई ने उठाया सवाल- “कन्फ्यूजन कब तक रहेगा?”:
महागठबंधन में अब तक इस सीट से राजद ही उम्मीदवार उतारती रही है। मगर इस बार समीकरण पूरी तरह बदल गया है। सीपीआई और कांग्रेस- दोनों दलों ने अलग-अलग प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। सीपीआई ने जनआंदोलनों से निकले नेता शिव कुमार यादव उर्फ सरदार जी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने गयाजी के ओमैर खान उर्फ टिक्का खान को टिकट दिया है। दोनों उम्मीदवार खुद को महागठबंधन का असली दावेदार बता रहे हैं, जिससे बिहारशरीफ में भ्रम और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

नामांकन वापसी की अफवाहों पर सरदार जी का पलटवार:
नामांकन के दिन से यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि सीपीआई प्रत्याशी 20 अक्टूबर तक नाम वापस ले लेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरदार जी डटे रहे और अफवाह फैलाने वालों को करारा जवाब दिया।
उन्होंने कहा- “हम जनता की लड़ाई लड़ने आए हैं, अफवाहों से नहीं डरते। बिहारशरीफ की जनता हमें देख रही है, और जवाब देगी।”

राजद कार्यालय में सीपीआई की प्रेस कांफ्रेंस- ‘24 घंटे का अल्टीमेटम’:
बुधवार को सीपीआई प्रत्याशी शिव कुमार यादव ने राजद के बिहारशरीफ स्थित जिला कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा बयान दिया। उन्होंने राजद नेतृत्व को 24 घंटे का समय देते हुए कहा- “राजद शीर्ष नेतृत्व स्पष्ट करे कि महागठबंधन का अधिकृत उम्मीदवार कौन है। अगर 24 घंटे में निर्णय नहीं हुआ, तो हम कांग्रेस से अलग होकर महागठबंधन की विचारधारा पर अकेले चुनाव लड़ेंगे।”
उन्होंने आगे कहा- “हमारा सीधा मुकाबला बीजेपी विधायक डॉ. सुनील कुमार से है। इस बार बिहारशरीफ में लाल परचम जरूर लहराएगा।”

राजद की सफाई- “निर्देश का इंतजार”:
इस पूरे विवाद पर जब राजद जिलाध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु से पूछा गया, तो उन्होंने कहा- “अब तक तेजस्वी यादव ने बिहारशरीफ सीट पर कोई आधिकारिक निर्देश नहीं दिया है। उम्मीद है एक-दो दिन में फैसला हो जाएगा और सब स्पष्ट हो जाएगा।”

बिहारशरीफ की सियासत में नई करवट:
बिहारशरीफ विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला तीन-तरफा होता दिख रहा है। एक ओर भाजपा के डॉ. सुनील कुमार हैं, दूसरी ओर महागठबंधन के दो सहयोगी- कांग्रेस और सीपीआई- एक-दूसरे के सामने खड़े हो गए हैं। अब सबकी निगाहें तेजस्वी यादव के फैसले पर टिक गई हैं। क्या वे इस उलझन को सुलझा पाएंगे, या फिर बिहारशरीफ का रण महागठबंधन की दरार को और गहरा कर देगा?

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