राष्ट्र सेवा और त्याग की मिसाल हैं भामाशाह, जयंती पर वैश्य समाज ने किया नमन

Written by Subhash Rajak

Published on:

विजय प्रकाश उर्फ पिंनु
नूरसराय (अपना नालंदा)।नूरसराय बाजार के मेन रोड स्थित एक आयोजन स्थल पर मंगलवार को दानवीर भामाशाह की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर वैश्य समाज के लोगों ने भामाशाह की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम में उपस्थित जदयू के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी डॉ. सुनील दत्त ने भामाशाह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “भामाशाह न केवल एक महान दानवीर थे, बल्कि एक सच्चे देशभक्त भी थे। वे वीर महाराणा प्रताप के मित्र, विश्वासपात्र और सलाहकार रहे। उनकी जयंती हमें उनकी राष्ट्रभक्ति, उदारता और समाजसेवा की भावना की याद दिलाती है।”

उन्होंने कहा कि भामाशाह वैश्य समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति राष्ट्र सेवा में समर्पित कर दी। भामाशाह का जन्म 29 जून 1547 को हुआ था। जब महाराणा प्रताप को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, तब भामाशाह ने उन्हें विशाल धनराशि प्रदान कर उनके संघर्ष को नया संबल दिया था।

इस अवसर पर डॉ. सुनील दत्त के साथ ही मुखिया रामकृष्ण कुमार उर्फ भगवान जी, श्रवण गुप्ता, गौरव कुमार गुप्ता, गणेश कुमार गुप्ता समेत वैश्य समाज के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Leave a Comment