चितरंजन कुमार
चंडी (अपना नालंदा)।हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को बोधीबिगहा के रामघाट में बिहार पत्रकार संघ की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार अजनबी भारती ने की, जिसमें हिंदी पत्रकारिता के दो सौ वर्षों की उपलब्धियों, चुनौतियों और पत्रकारिता की वर्तमान स्थिति पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया।
इस मौके पर पत्रकारों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। संघ के अध्यक्ष सरफराज हुसैन ने कहा कि पत्रकारिता हमेशा से एक जोखिम भरा कार्य रहा है। आजादी की लड़ाई में पत्रकारों की भूमिका अहम रही, कई पत्रकार जेल भी गए। आज भी पत्रकार कई बार सत्ता के कोप का शिकार होते हैं। उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि खबर लिखने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि अवश्य करें और सभी पक्षों का बयान लेना न भूलें।
संघ के कोषाध्यक्ष विनय भूषण ने सरकार से पत्रकारों को समुचित सुविधाएं देने की मांग की। वहीं वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश नवीन ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता का कोई स्पष्ट स्वर्णिम काल नहीं रहा है, लेकिन इसके बावजूद पत्रकारिता समाज सेवा और लोकतंत्र की रक्षा का मजबूत माध्यम बनी हुई है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का दायित्व है सरकार को आईना दिखाना और समाज की आवाज बनना, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।
कार्यक्रम में संजीत कुमार, दीपक विश्वकर्मा, प्रमोद कुमार, विक्रम सोलंकी, लक्ष्मण कुमार, अजित कुमार, चितरंजन कुमार सहित कई पत्रकार उपस्थित थे।