अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।रहुई प्रखंड के सोसंदी गांव में बीते 29 अप्रैल मंगलवार की संध्या लगभग 5:30 बजे भीषण गर्मी के कारण नरेश राउत के घर में अचानक आग लग गई। इस हादसे में उनका पूरा घर जलकर खाक हो गया। शनिवार को लोकतांत्रिक जन विकास पार्टी के मीडिया प्रभारी अमोद कुमार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मीडिया प्रभारी अमोद कुमार ने पीड़ित नरेश राउत और उनके परिजनों से मुलाकात कर नुकसान की जानकारी ली। नरेश राउत ने बताया कि घटना के समय वे और उनकी पत्नी रहुई बाजार से सामान खरीदकर लौट रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें सूचना दी कि उनके घर से धुआं और आग की लपटें उठ रही हैं। घर पहुंचने पर देखा गया कि दरवाजा खोलने पर अंदर का सारा सामान जलकर राख हो चुका था।
आगजनी में नष्ट हुए सामानों में शामिल हैं:
- एक फ्रिज
- गोदरेज (जिसमें ₹10,000 नकद रखे थे)
- एक पलंग (जिस पर ₹7,000 नकद रखे थे)
- गद्दा, तोशक, तकिया
- सोने के आभूषण
- चार साउंड बॉक्स और टीवी से जुड़ी सामग्री
इस हादसे में मकान की दीवारों में दरार आ गई है और घर की छत की कड़ियाँ तक जल चुकी हैं। पीड़ित परिवार ने कुल लगभग ₹3.5 लाख के नुकसान का आकलन किया है।
नरेश राउत ने कहा कि वह बेहद गरीब हैं और वर्षों की मेहनत से एक-एक ईंट जोड़कर यह मकान बनाया था। उन्होंने बिहार सरकार से आपदा राहत मद के तहत उचित मुआवजे की मांग की है, ताकि वह अपने जीवन को पुनः पटरी पर ला सकें।
ग्रामीण महिलाओं और स्थानीय नागरिकों ने भी सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को राहत सामग्री एवं पुनर्वास की सुविधा प्रदान की जाए, जिससे वे दोबारा सामान्य जीवन जी सकें।
पीड़ित परिवार ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि घटना को पांच दिन बीत जाने के बाद भी पंचायत के मुखिया, सरपंच, समिति सदस्य, विधायक या किसी अन्य जनप्रतिनिधि ने अब तक घटनास्थल पर जाकर उनकी सुध नहीं ली। उन्होंने आरोप लगाया कि जब घटना किसी प्रभावशाली या सवर्ण समुदाय के घर में होती है, तो नेता तुरंत संवेदना प्रकट करने पहुंचते हैं, लेकिन गरीब, अतिपिछड़ा और महादलित परिवारों के साथ ऐसी संवेदनशीलता नहीं दिखाई जाती।
लोकतांत्रिक जन विकास पार्टी ने इस अवसर पर सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को अविलंब उचित मुआवजा प्रदान किया जाए और जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही तय की जाए।