आर संतोष भारती
कतरीसराय (अपना नालंदा)।सरकारी विद्यालयों को लेकर आम लोगों के बीच वर्षों से यह धारणा बनी हुई है कि यहां पढ़ाई ठीक से नहीं होती। इस सोच को बदलने के लिए अब शिक्षक खुद मैदान में उतर चुके हैं। प्रखंड क्षेत्र के टेक नारायण प्लस टू विद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष भूपेंद्र कुमार के नेतृत्व में शिक्षकों की टीम इन दिनों गांव-गांव जाकर बच्चों और अभिभावकों को जागरूक कर रही है।
शिक्षकों का यह प्रयास विद्यालय में नामांकित बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने और ‘ड्रॉपआउट’ (पढ़ाई छोड़ने) की समस्या को रोकने के लिए किया जा रहा है। टीम के शिक्षक घर-घर जाकर दरवाजे खटखटाते हैं और अभिभावकों से अपील करते हैं कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें।
पुस्तकालयाध्यक्ष भूपेंद्र कुमार ने बताया कि कई बार बच्चे नासमझी में या अन्य कारणों से शैक्षणिक अवधि के दौरान विद्यालय से भाग जाते हैं, जिससे उनका भविष्य प्रभावित होता है। उन्होंने कहा, “हमने टीम बनाकर पोषक क्षेत्र के गांवों में प्रतिदिन भ्रमण करने का निर्णय लिया है। हम अभिभावकों से सीधा संवाद कर रहे हैं और बच्चों को पढ़ाई का महत्व समझा रहे हैं।”
शिक्षकों का मानना है कि यदि वे खुद ग्रामीण इलाकों में जाकर बच्चों और माता-पिता को जागरूक करें तो विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ेगी और सरकारी विद्यालयों की छवि में भी सकारात्मक सुधार आएगा।