नमस्कार दोस्तों ! आज हम बात करने जा रहे है बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित सारिलचक गाँव (Sarilchak village) के बारे में | यह गाँव नालंदा विश्वविद्यालय के खँड़रों से करीब 1.5 km की दूरी पर स्थित है |
सारिलचक नालंदा के इतिहास का एक महातपूर्ण हिस्सा है, यहाँ बोद्ध धर्म और गुप्त काल से जुड़ी कई सारे अवशेष मिले है | चलिए जानते है इस गाँव का इतिहास |
सारिलचक गाँव का इतिहास | History of Sarilchak Village
Contents
आखिर सरिलचक गाँव(Sarilchak village) का क्या इतिहास रहा होगा? क्या यहाँ भी भगवान बुद्ध से जुड़े सामग्री मिले है और इसके साथ – साथ क्या मिल होगा ? आइए जानते है – सरिलचक गाँव( Sarilchak VIllage) में हाल ही में खुदाई हुई थी जहां भगवान बुद्ध के दो शिष्यों की मूर्तियां मिली हैं।
भगवान बुद्ध के मुख्य शिष्य सारिपुत्र के जन्मस्थान के प्रमाण मिले हैं। इस स्थान पर खुदाई के दौरान मिट्टी के बर्तन और पांच स्तूप भी मिले हैं। इनके अलावा गुप्त काल के मिट्टी के बर्तन, भगवान बुद्ध और उनके शिष्य सारिपुत्र की काले पत्थर से बनी मूर्तियां,
राख से भरे मिट्टी के बर्तन, जिन्हें सारिपुत्र का माना जाता है, पांच स्तूप और कई सारी छोटी मूर्तियां मिली हैं। कला एवं संग्रहालय के सहायक संरक्षक ब्रजेश कुमार के नेतृत्व में सरिलचक गाँव में खुदाई की गई थी।
सारिलचक का महत्व | Importance of Sarilchak
सारिलचक बोद्ध धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है | यहाँ पाए गए सभी चीजे अपने- अपने महत्व को प्रदर्शित करती है | सारिलचक नालंदा के इतिहास के बारे में बतलाता है, यहाँ न केवल बोद्ध धर्म से जुड़ी अवशेष मिले है बल्कि गुप्त काल से भी जुड़े कई सारे अवशेष पाए गए है |
सारिलचक कैसे पहुँचे? | How to reach Sarilchak?
सरिलचक गाँव (sarilchak village) बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित है और यहाँ तक पहुँचने के लिए आप हवाई, सड़क या रेल मार्ग का चयन कर सकते है | यह गाँव नालंदा विश्वविद्यालय के खँड़रों से लगभग 1.5 km की दूरी पर है |
- निकटतम हवाई अड्डा : जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा , पटना
- निकटतम रेल्वे स्टेशन : नालंदा रेल्वे स्टेशन
- निकटतम बस स्टेशन : नालंदा बस स्टेशन
निष्कर्ष | Conclusion
आज अपने इस ब्लॉग में सारिलचक गाँव (Sarilchak Village) के बारे में जाना | सारिलचक बोद्ध धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है | यह स्थान न केवल एतिहासिक रूप से बल्कि धार्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है | यहाँ पाए गए एतिहासिक स्तूप और गुप्त कालीन से जुड़े अवशेष इसे विशेष बनती है |
अतः आशा करते है यह ब्लॉग आपके काम आया होगा और इसे अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न? | Frequently asked questions
1.सरिलचक गाँव कहाँ स्थित है ?
उत्तर- सरिलचक गाँव नालंदा जिले में स्थित है |
2. सरिलचक गाँव में कौन सी मूर्तियाँ पाई गई?
उत्तर- सरिलचक गाँव में खुदाई के दौरान भगवान बुद्ध के दो शिष्यों की मूर्तियां पाई गई |
3. सरिलचक गाँव नालंदा विश्वविद्यालय के खँड़रों से कितना दूर है ?
उत्तर – सरिलचक गाँव नालंदा विश्वविद्यालय के खँड़रों से 1.5 km की दूरी पर स्थित है |
4. सरिलचक गाँव में गुप्त काल से जुड़े अवशेष पाए गए है ?
उत्तर – हाँ, सरिलचक गाँव में गुप्त काल से जुड़े अवशेष पाए गए है |
5. सरिलचक गाँव में भगवान बुद्ध के शिष्यों की मूर्तियाँ के अलावा क्या मिले?
उत्तर- सरिलचक गाँव में भगवान बुद्ध के शिष्यों की मूर्तियाँ के अलावा गुप्त काल के मिट्टी के बर्तन, पाँच स्तूप और कई सारी छोटी – छोटी मूर्तियाँ मिली |