राजगीर का मणियार मठ जानें इतिहास, धार्मिक महत्त्व और यात्रा गाइड

Written by Subhash Rajak

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नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं मणियार मठ की जो बिहार के राजगीर शहर में स्थित है दोस्तों आपको बता दूँ की राजगीर, बिहार का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, 

जो अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व के लिए जाना जाता है। यहाँ स्थित मणियार मठ एक अद्वितीय और प्राचीन धरोहर है, जो हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है। 

तो चलिये लेख को आगे बढ़ाते हैं और आपको मणियार मठ का विस्तृत जानकारी देते हैं |

मणियार मठ का इतिहास 

मणियार मठ की इतिहास की बात की जाए तो इसका निर्माण प्राचीन काल में हुआ था। यह स्थल विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है और इसकी स्थापना से जुड़ी अनेक कहानियाँ प्रचलित हैं। 

मणियार मठ का वास्तुशिल्प अद्वितीय और काफी ज्यादा सुंदर है और जब यहाँ आप विज़िट करेंगे तो आपको इसकी संरचना में भारतीय कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

मणियार मठ कैसे पहुंचे 

मणियार मठ पहुचने के लिए आपको सबसे पहले राजगीर पहुचना पड़ेगा जो बिहार के नालंदा जिला में स्थित है, राजगीर के निकटतम रेलवे स्टेशन राजगीर और हवाई अड्डा पटना है। 

राजगीर से  मणियार मठ की दूरी महज 4km है तथा यहाँ से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। बस और टैक्सी सेवाएँ भी उपलब्ध हैं, जो यात्रियों को यहाँ तक पहुंचने में मदद करती हैं।

मणियार मठ का धार्मिक महत्व 

मणियार मठ, राजगीर के प्राचीन नगर के मध्य में स्थित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। क्योंकि पाली ग्रंथों में इसे मणिमाल चैत्य के नाम से और महाभारत में मणि-नाग के मंदिर के रूप में संदर्भित किया गया है। 

इस स्थल का मुख्य आकर्षण एक कुएं जैसी संरचना है, जिसकी दीवारें 1.2 मीटर मोटी और व्यास 3 मीटर है। इसके बाहरी हिस्से में 0.6 मीटर ऊँची मूर्तियों के लिए स्थान हैं, 

जिनमें माला से सजाए गए लिंग, चार भुजाओं वाले विष्णु, नागी की मूर्ति, सर्पों से लिपटे गणेश और छह भुजाओं वाले नृत्य करते हुए शिव की मूर्तियाँ शामिल हैं।

दुर्भाग्यवश, जब आप यहाँ विज़िट करेंगे तो देखेंगे की इन मूर्तियों में से अधिकांश अब लुप्त हो चुकी हैं, लेकिन उनकी कला शैली गुप्त काल की है। 

छोटे वेदी मंच और मंदिर जैसी संरचनाएं सर्प पूजा से संबंधित धार्मिक और अनुष्ठानिक उद्देश्यों के लिए बनाई गई प्रतीत होती हैं। 

मणियार मठ का यह धार्मिक महत्त्व इसे एक अद्वितीय तीर्थ स्थल बनाता है, जो प्राचीन भारतीय संस्कृति और सर्प पूजा की परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है।

यात्रा गाइड 

मणियार मठ की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों का है, जब मौसम सुखद होता है। यात्रा के दौरान जरूरी सामग्री और तैयारी के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए। 

जैसे आपको अपने साथ स्नैक्स और पानी की बोतल रखना चाहिए तथा आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए तथा आप घूमने के लिए एक गाइड की सलाह ले सकते हैं जो आपकी यात्रा को सुगम बनाएंगे।

मणियार मठ में क्या देखें 

जब आप विज़िट करेंगे तो आपको मणियार मठ में कई प्रमुख आकर्षण स्थल देखने को मिलेगा।  जैसे – यहाँ की आंतरिक सजावट, मूर्तियाँ और संरचनाएँ जो अत्यंत सुंदर और रोचक हैं। 

मठ की संरचना और इसके आसपास के प्राकृतिक दृश्य भी आपको खूब आकर्षित करेगा।

मणियार मठ के पास अन्य आकर्षण स्थल 

मणियार मठ के पास कई अन्य प्रसिद्ध स्थल भी हैं, जहां आप आसानी से घूम सकते हैं  जैसे वेणुवन, सत्तापक गुफाएँ, और बिम्बिसार जेल। ये स्थल भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं और यहाँ अनेक गतिविधियाँ की जा सकती हैं।

मणियार मठ में ठहरने की व्यवस्था 

राजगीर में ठहरने के लिए कई अच्छे होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। मणियार मठ के पास ठहरने के लिए विभिन्न विकल्प मौजूद हैं, तथा खाने पीने की भी व्यवस्था आसानी से हो जाएगी और यहाँ से मठ की यात्रा आसानी से कर सकते हैं ।

मणियार मठ में सुरक्षा उपाय 

यहाँ का स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था आपकी  सुरक्षा सुनिश्चित करती है। पर यात्रा के दौरान सुरक्षा के सामान्य उपायों का पालन करना आवश्यक है। खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष सुरक्षा सुझावों का ध्यान रखना चाहिए। सजग रहें सुरक्षित रहें |

प्राचीन कथाएँ और कहानियाँ 

यदि आप यहाँ के गाइड या स्थनीय लोगों से रूबरू होंगे तो आपको मणियार मठ से जुड़ी कई प्राचीन कथाएँ और लोककथाएँ सुनने को मिलेंगे जो यहाँ के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व को और भी बढ़ाती हैं |

निष्कर्ष 

मणियार मठ की यात्रा एक अविस्मरणीय अनुभव है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और धार्मिक महत्त्व का प्रभाव पर्यटकों पर गहरा पड़ता है। 

यात्रा के दौरान मिलने वाले अनुभव और सुझावों का पालन करना आवश्यक है, जिससे यात्रा सुखद और सुरक्षित हो सके। आशा करते हैं आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा 

अतः इस लेख से सबंधित आपके मन में कोई प्रश्न हो या आप हमें कुछ बताना चाहते हैं हमारे कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं | धन्यवाद

 मणियार मठ कहाँ स्थित है?

मणियार मठ बिहार के राजगीर में स्थित है, जो राजगीर रेलवे स्टेशन से 4 किमी की दूरी पर है।

मणियार मठ का इतिहास क्या है?

मणियार मठ का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है और इसे पाली ग्रंथों में मणिमाल चैत्य और महाभारत में मणि-नाग के मंदिर के रूप में उल्लेखित किया गया है।

मणियार मठ में क्या खास है?

मणियार मठ का मुख्य आकर्षण एक कुएं जैसी संरचना है, जिसमें विभिन्न देवताओं की मूर्तियाँ हैं, जिनमें लिंग, विष्णु, नागी, गणेश, और नृत्य करते हुए शिव शामिल हैं।

 मणियार मठ का धार्मिक महत्त्व क्या है?

णियार मठ का धार्मिक महत्त्व इसके सर्प पूजा और गुप्त काल की कला शैली से जुड़ा हुआ है। यह स्थल प्राचीन भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है।

 मणियार मठ कैसे पहुँचें?

मणियार मठ पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन राजगीर है और निकटतम हवाई अड्डा पटना है। सड़क मार्ग से भी यहाँ आसानी से पहुंचा जा सकता है।

मणियार मठ के पास कौन-कौन से पर्यटन स्थल हैं?

मणियार मठ के पास अन्य महत्वपूर्ण स्थल जैसे वेणुवन, सत्तापक गुफाएँ, और बिम्बिसार जेल भी स्थित हैं।

मणियार मठ के दर्शन का सबसे अच्छा समय कब है?

मणियार मठ के दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों का मौसम होता है जब मौसम सुखद होता है।

मणियार मठ में ठहरने की क्या व्यवस्था है?

राजगीर में ठहरने के लिए कई अच्छे होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं, जहाँ से मणियार मठ की यात्रा की जा सकती है।

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