वेतन और पेंशन की मांग को लेकर फैक्टनेब फिर से करेगा आंदोलन, मई से होगा चरणबद्ध कार्यक्रम प्रारंभ

Written by Subhash Rajak

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हरिओम कुमार
हरनौत(अपना नालंदा)।बिहार के 220 अनुदानित संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत लगभग 25,000 शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। उनकी मांग है कि परीक्षा-परिणाम आधारित अनुदान प्रणाली की जगह नियमित मासिक वेतन भुगतान तथा पेंशन की सुविधा दी जाए। इन मांगों को लेकर फैक्टनेब (बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ) मई माह से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत करेगा।

फैक्टनेब के अध्यक्ष डॉ. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा की अध्यक्षता में मंगलवार को पटना स्थित बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, कदमकुआं में राज्य समिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें आंदोलन पुनः आरंभ करने का निर्णय लिया गया।

बैठक की जानकारी देते हुए महासंघ के महासचिव प्रो. राजीव रंजन ने बताया कि जागरूकता एवं आम सभाओं के माध्यम से शिक्षाकर्मियों को एकजुट किया जाएगा। इसके तहत—

  • 12 मई को वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, विक्रमगंज (रोहतास)
  • 13 मई को राजेन्द्र मंडप, गया
  • 16 मई को बिहार विश्वविद्यालय गेस्ट हाउस
  • 18 मई को अल समस डिग्री कॉलेज, अररिया

—में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

फैक्टनेब के मीडिया प्रभारी प्रो. अरुण गौतम ने बताया कि बैठक में विभिन्न विश्वविद्यालयों के पदाधिकारियों ने भाग लिया और आंदोलन को व्यापक बनाने पर बल दिया। प्रमुख वक्ताओं में बिहार विश्वविद्यालय के संयोजक एवं सिनेट सदस्य डॉ. धर्मेन्द्र कुमार चौधरी, मुंगेर विश्वविद्यालय अध्यक्ष डॉ. सत्येन्द्र कुमार सिंह, बीएन मंडल विश्वविद्यालय अध्यक्ष डॉ. अरविन्द कुमार यादव, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय अध्यक्ष डॉ. रामनरेश प्रसाद और डॉ. पितृ कुमार शामिल थे।

बैठक में आशा जताई गई कि पटना उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में बिहार सरकार शीघ्र निर्णय लेते हुए अनुदानित संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षाकर्मियों को वेतन और पेंशन सुविधा उपलब्ध कराएगी।

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