बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना: सहायता और सुरक्षा के नए आयाम

Written by Sanjay Kumar

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नमस्कार दोस्तों ! आज हम बात करने जा रहे हैं बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना की, यह  राज्य सरकार की एक अहम पहल है, जिसका उद्देश्य निर्माण श्रमिकों को विकलांगता के कारण होने वाली आर्थिक कठिनाइयों से निपटने में सहायता प्रदान करना है।

निर्माण क्षेत्र में कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं या बीमारियों के कारण श्रमिक अक्सर आंशिक या पूर्ण विकलांगता का शिकार हो जाते हैं। इस योजना के तहत, ऐसे श्रमिकों को आर्थिक सहायता और मासिक पेंशन दी जाती है,

जिससे वे अपनी आजीविका और चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। तो चलिये लेख को आगे बढ़ाते हैं और आपको बताते हैं आखिर बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना का क्या महत्व है |

विवरणलाभ
सहायता राशिस्थायी विकलांगता पर 75,000 रुपये तक, आंशिक विकलांगता पर 50,000 रुपये तक
मासिक पेंशनस्थायी विकलांग श्रमिकों को 1,000 रुपये प्रति माह की पेंशन
आवश्यक दस्तावेजस्थायी निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक खाता जानकारी, विकलांगता प्रमाण पत्र, श्रमिक कार्ड
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन किया जा सकता है
लाभार्थी पात्रताबिहार निवासी, श्रमिक का पंजीकरण, स्थायी या आंशिक विकलांगता
महत्वपूर्ण संपर्क जानकारीबिहार श्रम संसाधन विभाग: नियोजन भवन, पटना, हेल्पलाइन: 0612-2525558
बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना के मुख्य लाभ:

Contents

दोस्तों बात करें बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना की तो इसके मुख्य लाभ निम्न हैं-

  1. सहायता राशि: स्थायी विकलांगता की स्थिति में 75,000 रुपये तक की एकमुश्त सहायता राशि प्रदान की जाती है। आंशिक विकलांगता की स्थिति में 50,000 रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है।
  2. मासिक पेंशन: स्थायी विकलांग श्रमिकों को 1,000 रुपये प्रति माह की पेंशन दी जाती है, जिससे वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
  3. आर्थिक सुरक्षा: विकलांगता के बावजूद श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है, जिससे उनके और उनके परिवार के जीवन में स्थिरता बनी रहती है।

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना की लाभार्थी पात्रता:

  1. आवेदक बिहार राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
  2. श्रमिक का बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण अनिवार्य है।
  3. स्थायी या आंशिक विकलांगता वाले श्रमिक ही इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना की आवेदन प्रक्रिया:

  1. ऑनलाइन आवेदन: श्रमिक बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर, अपनी पंजीकृत श्रमिक आईडी और अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड करके आवेदन किया जा सकता है।
  2. ऑफलाइन आवेदन: श्रम संसाधन विभाग के कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर, उसे भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा।

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज:

  1. स्थायी निवास प्रमाण पत्र
  2. आधार कार्ड
  3. बैंक खाता जानकारी
  4. विकलांगता प्रमाण पत्र
  5. श्रमिक कार्ड

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना का उद्देश्य: 

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना का प्रमुख उद्देश्य विकलांग श्रमिकों को आर्थिक सहारा देना और उनके जीवन में सुधार लाना है। बिहार सरकार द्वारा संचालित इस योजना के माध्यम से, श्रमिकों को न केवल वित्तीय सहायता मिलती है, बल्कि यह उनके भविष्य को सुरक्षित रखने का भी प्रयास है।

महत्वपूर्ण संपर्क जानकारी: 

बिहार श्रम संसाधन विभाग:
नियोजन भवन, आयकर गोलंबर के पास,
जवाहर लाल नेहरू पथ, पटना, बिहार-800001.
हेल्पलाइन नंबर: 0612-2525558
ईमेल: biharbhawan111@gmail.com

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना के लिए कौन पात्र है?

इस योजना के तहत वे सभी निर्माण श्रमिक पात्र हैं, जो बिहार के निवासी हैं और स्थायी या आंशिक विकलांगता से ग्रस्त हैं। इसके अलावा, श्रमिक का बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण होना अनिवार्य है।

क्या इस योजना के तहत आर्थिक सहायता के अलावा कोई और लाभ मिलता है?

हां, स्थायी विकलांगता की स्थिति में 1,000 रुपये प्रति माह की पेंशन भी दी जाती है, जिससे श्रमिक अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।

आवेदन प्रक्रिया कैसे शुरू करें?

आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से की जा सकती है। ऑनलाइन आवेदन श्रमिक बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर किया जा सकता है, जबकि ऑफलाइन आवेदन श्रम संसाधन विभाग के कार्यालय से प्राप्त फॉर्म भरकर किया जा सकता है।

क्या आंशिक विकलांगता वाले श्रमिक भी इस योजना के तहत लाभ उठा सकते हैं?

हां, आंशिक विकलांगता वाले श्रमिक भी इस योजना के तहत 50,000 रुपये तक की एकमुश्त सहायता राशि प्राप्त कर सकते हैं।

इस योजना का उद्देश्य क्या है?

इस योजना का उद्देश्य विकलांग श्रमिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उनकी आजीविका को सुरक्षित रखना है, ताकि वे अपनी चिकित्सा और अन्य आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।

निष्कर्ष: 

बिहार निर्माण श्रमिक विकलांगता पेंशन योजना राज्य के श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें विकलांगता के बावजूद आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करती है।

इस योजना का लाभ उठाकर श्रमिक अपने और अपने परिवार के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। आशा करते हैं आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा अतः लेख से बने रहने के लिए आपका सहृदय धन्यवाद |

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