खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का पहली बार ओलंपिक डॉट कॉम पर सीधा प्रसारण, बिहार बना वैश्विक खेल मंच का केंद्र

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 ने अब वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी है। पहली बार, बिहार के पाँच शहरों और दिल्ली में हो रहे इन खेलों का सीधा प्रसारण अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के आधिकारिक डिजिटल प्लेटफॉर्म ओलंपिक डॉट कॉम पर किया जा रहा है। इसके साथ ही डिस्कवरी के स्वामित्व वाले खेल चैनल यूरोस्पोर्ट पर भी दिन के मुख्य अंश (हाइलाइट्स) दिखाए जा रहे हैं। इन फीड्स का निर्माण राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन द्वारा किया जा रहा है।

खेलों का यह सातवां संस्करण अंडर-18 श्रेणी के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 27 मेडल स्पोर्ट्स और 1 डेमो स्पोर्ट (ई-स्पोर्ट्स) में 10,000 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इस बार सेपकटकरों जैसे खेल को पहली बार मेडल इवेंट के रूप में शामिल किया गया है।
खेलों का उद्घाटन समारोह रविवार को पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो संदेश के माध्यम से खेलों की विधिवत शुरुआत की। ये प्रतियोगिताएं 15 मई तक चलेंगी।

ओलंपिक डॉट कॉम ने इससे पहले जनवरी और मार्च 2025 में क्रमशः लेह (लद्दाख) और गुलमर्ग (जम्मू-कश्मीर) में आयोजित शीतकालीन खेलों का प्रसारण किया था, और अब पहली बार ग्रीष्मकालीन खेलों के साथ भी यह प्लेटफॉर्म जुड़ा है।

ओलंपिक चैनल के महाप्रबंधक कोस्टास कारवेलस ने कहा, “हमें खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का लाइवस्ट्रीम ओलंपिक डॉट कॉम पर होस्ट करते हुए बेहद खुशी हो रही है। यह एक रोमांचक आयोजन है और हम इसे वैश्विक दर्शकों तक पहुंचाकर बिहार के जोश और प्रतिभा को दुनिया के सामने लाने को लेकर उत्साहित हैं।”

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने इस आयोजन के लिए विशेष कंटेंट प्रोड्यूसर्स और सोशल मीडिया टीम भेजी है, जो खेलों से जुड़ी कहानियों को वैश्विक दर्शकों तक पहुंचाएगी। भारत के स्वदेशी खेलों जैसे गतका और मल्लखंब को भी प्रमुखता से दिखाया जाएगा।

खेलो इंडिया भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य युवा खिलाड़ियों की खोज, प्रशिक्षण और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चैंपियन बनाने की योजना को मूर्त रूप देना है। इस प्रयास को भारत द्वारा 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए की गई बोली के परिप्रेक्ष्य में भी एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।

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