अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।नालंदा के जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज शुक्रवार को जिला भू-अर्जन शाखा से संबंधित कार्यों की प्रगति को लेकर समाहरणालय में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न अंचलों में चल रही सड़क, पुल, तटबंध और अधोसंरचना परियोजनाओं की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने भू-अर्जन के चिन्हित स्थलों का नक्शे के माध्यम से अवलोकन किया और संबंधित पदाधिकारियों को कार्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण कराने हेतु स्पष्ट निर्देश दिए।
समीक्षा में शामिल प्रमुख परियोजनाएं इस प्रकार रहीं:
राजगीर अंचल: मौजा नीमा, ठेरा एवं पिलखी की कुल 3.7601 एकड़ भूमि में एनएच-82 के हसनपुर से अंतरराष्ट्रीय खेल अकादमी मोड़ तक 2 लेन को 4 लेन में बदलने हेतु राजगीर वायपास सड़क निर्माण परियोजना।
हिलसा अंचल: मौजा गुलनी एवं मई की 7.0635 एकड़ भूमि में हिलसा वायपास (पूर्वी) पर दो आरओबी सहित 7.0718 किमी पथ का निर्माण।
नगरनौसा अंचल: लोदीपुर, मोहीद्दीनपुर, मानसिंहपुर एवं रामपुर की 9.7034 एकड़ भूमि में रामघाट (एनएच-30A) से लच्छुविगहा रेलवे क्रॉसिंग तक सड़क का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण।
सरमेरा अंचल: 49.415 एकड़ भूमि में अशोक धाम से सरमेरा तक हरोहर नदी क्षेत्र में पुल, कलवर्ट एवं तटबंध युक्त सड़क निर्माण।
नूरसराय अंचल: अंधन्ना गांव में 10.0745 एकड़ भूमि पर नूरसराय से सिलाव पथ (बेगमपुर होकर) का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण।
एकंगरसराय अंचल: मौजा चौराई एवं मुजाहिदपुर में 1.4375 एकड़ भूमि पर अमनार पंचायत के मुजाहिदपुर रेलवे लाइन से पालीपर तक सड़क निर्माण।
चण्डी अंचल: दयालपुर में 0.34875 एकड़ भूमि पर 132/33 केवी चण्डी पावर ग्रिड निर्माण।
बौद्ध सर्किट परियोजना: चण्डी, नूरसराय, वेन, सिलाव एवं राजगीर अंचल के कुल 24 गांवों की 309.5904 एकड़ भूमि पर नूरसराय–अहियापुर–सिलाव होते हुए एनएच-82 सालेपुर से राजगीर तक 4 लेन सड़क निर्माण।
करायपरशुराय अंचल: थाना संख्या-34 के अंतर्गत 5.09 एकड़ भूमि में प्रखंड सह अंचल कार्यालय का निर्माण।
राजगीर अंचल: मौजा कटारी (थाना संख्या-501) की 22 एकड़ भूमि पर बिहार पुलिस अकादमी परिसर में सेकेंडरी एंट्रेंस गेट, प्रैक्टिस परेड ग्राउंड एवं अन्य अधोसंरचना का निर्माण।
इस समीक्षा बैठक में अपर समाहर्ता, बिहारशरीफ अनुमंडल पदाधिकारी एवं जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को भू-अर्जन प्रक्रियाओं एवं निर्माण कार्यों को तय समयसीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया।




