युवा नेता राजू दानवीर ने किया महाकाली मंदिर का पट उद्घाटन, उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित

Written by Subhash Rajak

Published on:

अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। हिलसा विधानसभा के युवा नेता राजू दानवीर ने चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर आस्था और परंपरा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। दिन की शुरुआत में उन्होंने परवलपुर के निकट गदईचक स्थित भगवान भास्कर के मंदिर में उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और क्षेत्रवासियों की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। इसके उपरांत संध्या वेला में हिलसा के प्रसिद्ध माता महाकाली मंदिर में सप्तमी तिथि के अवसर पर मंदिर का पट खोला, विधिवत पूजा-अर्चना की और माता रानी से संपूर्ण प्रदेशवासियों के कल्याण की प्रार्थना की।

राजू दानवीर, महाकाली मंदिर का पट का उद्घाटन |

धार्मिक आयोजन और जागरण में हुई भक्ति की गूंज

अर्घ्य अर्पण के बाद राजू दानवीर परवलपुर के गदईचक पहुंचे, जहां माता रानी के जागरण कार्यक्रम का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहा, “ऐसे धार्मिक आयोजनों से न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि समाज में समरसता और एकता भी मजबूत होती है। यह हमारी संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने का माध्यम है।”

उन्होंने जागरण समिति के आयोजकों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “आप लोगों के प्रयास से क्षेत्र में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत माहौल बना है। यह आयोजन आने वाली पीढ़ी के लिए भी प्रेरणादायी रहेगा।”

समर्थकों के साथ कई स्थानों पर अर्घ्य अर्पण

राजू दानवीर के साथ उनके दर्जनों समर्थक और कार्यकर्ता हिलसा विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान श्रद्धालु भक्ति और उत्साह में डूबे नजर आए।

धर्म और संस्कृति हमारी पहचान: राजू दानवीर

राजू दानवीर ने इस मौके पर कहा, “धर्म और संस्कृति हमारी पहचान हैं, और नई पीढ़ी को इससे जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। त्यौहार हमें जोड़ते हैं और हमारे जीवन में उल्लास और ऊर्जा भरते हैं।” उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को चैत्र नवरात्रि एवं रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

स्थानीय लोगों ने की सराहना

इस धार्मिक आयोजन के दौरान स्थानीय लोगों ने राजू दानवीर की सक्रियता की सराहना की और उन्हें आशीर्वाद दिया। श्रद्धालुओं ने कहा कि राजू दानवीर का धार्मिक और सामाजिक कार्यों में योगदान क्षेत्र के लिए प्रेरणादायी है।

इस प्रकार, चैत्र नवरात्रि का यह पावन अवसर श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक समरसता के संदेश के साथ संपन्न हुआ।

Leave a Comment