प्रतियोगी परीक्षाओं में शुल्क घटाने पर युवाओं ने जताई खुशी, कहा– गरीब छात्रों के लिए ऐतिहासिक कदम

Written by Sanjay Kumar

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संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा का शुल्क मात्र ₹100 और मुख्य परीक्षा का शुल्क पूर्णतः मुफ्त करने के निर्णय का स्वागत नालंदा जिले के छात्र और युवाओं ने जोरदार तरीके से किया है। इस फैसले को गरीब और वंचित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए ऐतिहासिक बताया जा रहा है।

अब तक कई प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएँ आर्थिक अभाव में प्रतियोगी परीक्षाओं के आवेदन से वंचित रह जाते थे। मुख्यमंत्री के इस कदम से ऐसे छात्रों के सपनों को नई उड़ान मिलेगी।

नेताओं का बयान
इस अवसर पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता डॉ. धनंजय कुमार देव, छात्र जदयू जिला अध्यक्ष सन्नी पटेल, नगर अध्यक्ष संजीत यादव और प्रवक्ता विकास वर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि वर्ष 2005 से अब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छात्रों और युवाओं के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएँ लागू की हैं। इन योजनाओं ने युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का कार्य किया है, जिसका अनुसरण देश के अन्य राज्यों ने भी किया है।

उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री का यह निर्णय युवाओं के सपनों को पंख देगा। हाल ही में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए ऋण सीमा चार लाख से बढ़ाकर दस लाख रुपये कर दी गई है, जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास संभव होगा।”

युवाओं को मिल रहे अवसर
जदयू नेताओं ने बताया कि बिहार सरकार योग्य और प्रशिक्षित युवाओं को विभिन्न विभागों में इंटर्नशिप का अवसर दे रही है, ताकि उनका कौशल और मजबूत हो सके। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास समेत कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

बिहार की उपलब्धियाँ
नेताओं ने कहा कि आज बिहार शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, विज्ञान-प्रौद्योगिकी और उद्योग के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो चुका है। “सात निश्चय” जैसी योजनाओं ने राज्य की दिशा और दशा बदल दी है।

नारा – “2025 से 2030, फिर से नीतीश”
छात्र जदयू नेताओं ने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार और अधिक प्रगति करेगा। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में अब नारा बुलंद हो चुका है – “2025 से 2030, फिर से नीतीश।”

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