अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। राजगीर थाना क्षेत्र के महादेवपुर गांव में हुए एक रहस्यमय हत्या कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की और शव को झाड़ियों में दफना दिया।
शव की बरामदगी:
29 जनवरी 2025 को दोपहर करीब 12 बजे राजगीर थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि महादेवपुर गांव में पावर ग्रिड के पास झाड़ियों में एक अज्ञात व्यक्ति का शव कुत्तों द्वारा नोचा जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जमीन में दबे शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
स्थानीय लोगों ने शव की पहचान महादेवपुर गांव निवासी राजीव सिंह उर्फ नागा सिंह (पिता- सुरेंद्र सिंह) के रूप में की।
पहले दर्ज हुआ था ज़मीन विवाद का मामला:
शुरुआती जांच में मृतक की पत्नी संध्या देवी ने जमीन विवाद का हवाला देते हुए आठ लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस को संदेह होने पर गहन जांच शुरू की गई।
मोबाइल ने खोली साजिश की परतें:
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल ने जब तकनीकी साक्ष्य खंगाले, तो पाया कि संध्या देवी घटना के बाद भी अपने पड़ोसी दीपक कुमार उर्फ छोटू के लगातार संपर्क में थी।
जब पुलिस संध्या देवी से पूछताछ के लिए घर पहुंची, तो वह ताला लगाकर गांव नौरंगा चली गई थी। वहां से हिरासत में लेकर जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने सच्चाई उगल दी।
हत्या की वजह और वारदात की पूरी कहानी:
संध्या देवी ने स्वीकार किया कि उसके अपने पड़ोसी दीपक कुमार उर्फ छोटू के साथ अवैध संबंध थे। उसका पति राजीव शराबी था और अक्सर मारपीट करता था।
5 जनवरी 2025 को दीपक और नीतीश नामक युवक ने राजीव को शराब पिलाने के बहाने घर से बाहर बुलाया और रात में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को झाड़ियों में गड्ढा खोदकर दफना दिया गया।
हत्या के बाद जब भी लोग राजीव के बारे में पूछते, संध्या कहती थी कि वह कुंभ मेले गया है।
पत्नी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी:
पुलिस ने मुख्य आरोपित संध्या देवी (25 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है और उसके प्रेमी दीपक सहित अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।
इस मामले के खुलासे में डीएसपी राजगीर सुनील कुमार सिंह, थानाध्यक्ष रमन कुमार, डीआईयू प्रभारी आलोक कुमार, दारोगा संजीव कुमार सिंह, काजल कुमारी, भानु प्रताप सिंह समेत राजगीर थाना के महिला एवं पुरुष सशस्त्र बल के जवानों की प्रमुख भूमिका रही।




