बगपाइप की गूंज में गूंजा देशभक्ति का स्वर – हसनपुर विद्यालय में हुई अद्वितीय सांस्कृतिक प्रस्तुति

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की साधारण सभा बैठक के अवसर पर, पूज्य तपस्वी श्री जगजीवन जी महाराज सरस्वती विद्या मंदिर, हसनपुर (राजगीर) में एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के 25 भैया-बहनों द्वारा बगपाइप वादन की अद्वितीय और भावविभोर कर देने वाली प्रस्तुति दी गई।

इस विशेष प्रस्तुति के लिए रांची से आईं प्रशिक्षिका आशा दीदी एवं विद्यालय की शिक्षिका अंजनी गुप्ता द्वारा विद्यार्थियों को गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संध्या 4:00 बजे हुआ। इस अवसर पर अखिल भारतीय साधारण सभा के सदस्यगण – मोहन सिंह, दिनेश कुमार, मनोज कुमार, प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, रामलाल सिंह, नकुल कुमार शर्मा, भरत पूर्वे, प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना की और देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया।

विद्यार्थियों ने “इंडिया गेट” की थीम पर आधारित बगपाइप वादन के माध्यम से वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस प्रस्तुति ने सभा को अमर जवान ज्योति की स्मृति से जोड़ते हुए भावनात्मक रूप से झकझोर दिया। कार्यक्रम में झारखंड से आए प्रशिक्षित घोष वादक राजेश कुमार की उपस्थिति ने आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया।

बगपाइप: एक गौरवशाली सैन्य परंपरा

बगपाइप एक प्राचीन वाद्य यंत्र है, जिसकी उत्पत्ति लगभग 1000 ईसा पूर्व मानी जाती है। यह स्कॉटलैंड की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ा हुआ है। भारत में यह वाद्य यंत्र ब्रिटिश शासनकाल के दौरान आया और स्वतंत्रता के बाद भी इसकी गूंज भारतीय सेना में बनी रही। आज भी गोरखा रेजिमेंट, सिख रेजिमेंट और राजपूताना राइफल्स जैसी सैन्य इकाइयों में बगपाइप बैंड का विशेष स्थान है।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रतिनिधि बीरेंद्र प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी उपस्थितजनों एवं प्रशिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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