राजगीर महोत्सव में श्री अन्न के स्वाद की धूम, तीसी का लड्डू बना लोगों की पहली पसंद

Written by Sanjay Kumar

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संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। राजगीर महोत्सव के दौरान कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल पर इस बार तीसी का लड्डू लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। सुपर फूड के रूप में पहचान बना चुके श्री अन्न (मिलेट्स) से तैयार ये पोषणयुक्त लड्डू न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी अत्यंत लाभकारी साबित हो रहे हैं।

चंडी डीह गांव की रिंकी कुमारी ने श्री अन्न आधारित पोषण आहार के तहत आधा दर्जन से अधिक प्रकार के मोटे अनाज के लड्डू स्टॉल पर प्रस्तुत किए हैं। रिंकी कुमारी ने बताया कि जिसे कभी “गरीबों का भोजन” कहा जाता था, वही मोटा अनाज आज शहरवासियों के लिए हेल्दी और डिमांड वाला फूड बन चुका है। इसकी मांग लगातार बढ़ रही है और यह ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार का सशक्त माध्यम भी बन रहा है।

मिलेट्स के अंतर्गत तिल का लड्डू, तीसी का लड्डू, मड़ुआ (रागी) का लड्डू, मूंग का लड्डू तथा कंगनी का लड्डू लोगों को खूब भा रहा है। इनमें सबसे अधिक मांग तीसी के लड्डू की देखी जा रही है, जिसे हर उम्र के लोग पसंद कर रहे हैं।

वहीं आत्मा नालंदा से संबद्ध प्रज्ञा कृषक हित समूह, तिलैया-बड़हरी की महिलाओं ने भी अपने प्राकृतिक एवं जैविक उत्पादों से स्टॉल को खास बना दिया है। समूह की सदस्य रेणु देवी, शांति देवी, सुषमा देवी, सुधा देवी, सुनीता कुमारी, नीलम कुमारी, रंजू कुमारी, गीता देवी, स्वीटी कुमारी, अमृता कुमारी, बेबी देवी एवं सुनीता देवी द्वारा आम, बड़हर एवं आंवला का अचार तथा मशरूम से बना पापड़ लोगों के बीच प्रस्तुत किया गया, जिसे काफी सराहना मिल रही है।

प्रज्ञा कृषक हित समूह, तिलैया-बड़हरी के अध्यक्ष एवं सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय किसान सम्मान “फार्मर ऑफ द ईयर अवार्ड–2025” से सम्मानित वीर अभिमन्यु सिंह ने बताया कि सुपर फूड श्री अन्न (मिलेट्स) पोषण का सर्वोत्तम आहार है। उन्होंने कहा कि राजगीर महोत्सव में तिलैया-बड़हरी की ग्रामीण महिलाओं द्वारा प्रस्तुत नेचुरल एग्रो फूड प्रोडक्ट्स की काफी मांग देखने को मिल रही है।

वीर अभिमन्यु सिंह ने कहा कि किसानों की आमदनी दोगुनी करने में वैल्यू एडिशन की अहम भूमिका है। खेतों में उत्पादित फसलों से गुड़ निर्मित जैविक एवं प्राकृतिक उत्पाद तैयार कर उन्हें बाजार में उतारने से किसानों को बेहतर लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि तीसी का लड्डू सभी आयु वर्ग के लिए फायदेमंद है, जबकि रागी का लड्डू ग्लूटेन फ्री होने के कारण मधुमेह रोगियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। वहीं गुड़ से बने आंवला के लड्डू एवं मुरब्बा विटामिन–सी से भरपूर होते हैं, जिनके सेवन से शरीर स्वस्थ एवं निरोग रहता है।

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