अर्पणा और कुमार निर्मल का विवाह बना मिसाल, भावुक कर गई मामाओं की भूमिका और वर पक्ष की संवेदनशीलता

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। शुक्रवार को पटना स्थित ‘नाइन टू नाइन विशाल बैंक्वेट हॉल’ में अर्पणा शर्मा और कुमार निर्मल का विवाह समारोह सम्पन्न हुआ। इस पावन अवसर के गवाह बने सैकड़ों लोग, जिनमें कई गणमान्य अतिथि शामिल थे।

बिहार सरकार के नवनियुक्त मंत्री एवं बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. सुनील कुमार, जो किसी जरूरी कार्यवश शहर से बाहर थे, उन्होंने दूरभाष पर वर-वधू को आशीर्वाद दिया। वहीं, राजगीर विधानसभा के विधायक कौशल किशोर, दुर्गापुर के पूर्व मुखिया राकेश कुमार, नवादा और रोह के कई प्रतिष्ठित लोग भी इस मौके पर उपस्थित रहे और नवदम्पती को आशीर्वाद दिया।

इस विवाह के सूत्रधार, आरजीएल उच्च विद्यालय छबीलापुर के सुप्रसिद्ध शिक्षक अजय कुमार रहे, जिन्हें नालंदा जिले में कई बार ‘उत्कृष्ट शिक्षक’ के सम्मान से नवाजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि उनकी भगिनी अर्पणा शर्मा की यह शादी कई मायनों में समाज के लिए एक उदाहरण बन गई है।

अर्पणा के पिता का निधन पहले ही हो चुका था, ऐसे में उनके छोटे मामा—स्वामी शिवेंद्र कुमार, सुनील कुमार, अविनाश कुमार और अजय कुमार—ने संयुक्त रूप से कन्यादान करते हुए समाज के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की।

वर कुमार निर्मल के पिता, सेवानिवृत्त बैंक महाप्रबंधक राम नरेश शर्मा ने भावुक होते हुए कहा—”आपकी बेटी अब मेरी बेटी है। जिस स्नेह से आपने कन्या दी है, अब उसे संवारने की जिम्मेदारी मेरी है।”

अजय कुमार ने बताया कि शादी के रास्ते में कई कठिनाइयाँ आईं। कई बार वर पक्ष ने लड़की के पिता नहीं होने या अपने घर न होने जैसी बातों को लेकर इनकार कर दिया। परंतु तभी एक फरिश्ते के रूप में राम नरेश बाबू और उनकी पत्नी मीरा कुमारी सामने आए। उन्होंने कहा—”हमें एक चम्मच नहीं चाहिए, सिर्फ एक बेटी चाहिए और वह हमें मिल गई।”

अजय कुमार ने आँखों में आँसू भरकर कहा—”काश हमारे समाज में दहेज की जगह राम नरेश बाबू जैसी सोच हो जाती तो समाज की कई बेटियाँ यूँ ठुकराई नहीं जातीं।”

इस समारोह में वर पक्ष से राम नरेश शर्मा, मीरा कुमारी, बेंगलुरु व मुंबई से आए रिश्तेदारों सहित कई अतिथियों की उपस्थिति रही। वहीं वधू पक्ष से मामा-मामी, भाई अंकित कुमार, बहन काजल कुमारी, शिक्षिका प्रियांशु, नेहा कुमारी, विश्वमोहन कुमार, उमेश शर्मा, राघवेंद्र शर्मा, जाह्नवी, शाक्या, तनीषा, तनु, श्रेष्ठ, पीयूष, आयुष, किसू, लड्डू, विवेक, अभिषेक, गोलू और नाना प्रभु ठाकुर एवं श्रीचंद प्रसाद जैसे सैकड़ों स्नेही परिजन और मित्र शामिल हुए।

इस समारोह में दुर्गापुर पंचायत के पूर्व मुखिया राकेश कुमार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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