हरिओम कुमार
हरनौत (अपना नालंदा)। स्थानीय प्रखंड मुख्यालय में करीब दो माह पूर्व गठित बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की पहली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक का उद्देश्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा करना था। इस दौरान समिति के सदस्यों द्वारा कई सुझाव और शिकायतें प्रस्तुत की गई थीं, लेकिन अफसरों की उदासीनता के चलते अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
बीस सूत्री समिति के सदस्य रविशंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि सरथा पंचायत से संबंधित अनेक समस्याएं बैठक में उठाई गई थीं। विशेष रूप से वार्ड संख्या-10 में पानी टंकी के पास बिजली के तारों में कवर न होने की शिकायत की गई थी। इस पर विद्युत विभाग के सहायक अभियंता ने 5 दिनों में समस्या समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन दो महीने बीत जाने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ।
वहीं, गिरधरचक पंचायत के वार्ड संख्या-13 में नल-जल योजना की पाइपलाइन खराब है। इस संबंध में पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता (चंडी) ने बताया था कि कार्यपालक अभियंता के स्तर से पाइपलाइन की मरम्मत कराई जा रही है, लेकिन आज तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
इसके अलावा मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्यरत वनपोषकों को पिछले छह महीनों से भुगतान नहीं किया गया है। समिति सदस्य रविशंकर सिंह ने बताया कि पंचायत में लगभग 30 वनपोषक कार्यरत हैं, लेकिन अब तक सिर्फ एक माह का ही आंशिक भुगतान हुआ है।
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सदस्य सचिव उज्ज्वल कांत ने कहा कि संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी गई है। कुछ विभागों ने रिपोर्ट भेज दी है, लेकिन शेष की रिपोर्ट अभी तक लंबित है। जैसे ही सभी रिपोर्ट प्राप्त होती हैं, आगे की कार्रवाई की जाएगी।