जिलाधिकारी ने जनता दरबार में 28 आवेदनों पर की सुनवाई, अवैध बहाली, भूमि विवाद, चापाकल संकट जैसे मामलों में दिए निर्देश

Written by Sanjay Kumar

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ | नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा सोमवार को आयोजित दैनिक जनता दरबार में कुल 28 फरियादियों की समस्याओं को सुना गया। सभी मामलों के निष्पादन हेतु संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

दरबार में शेखअली गांव की जमीन पर सामुदायिक भवन सह वर्कशेड के निर्माण को लेकर उत्पन्न विवाद पर जिलाधिकारी ने भूमि सुधार उपसमाहर्ता, हिलसा को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।

वहीं गर्मी के कारण जलस्तर गिरने से उत्पन्न पेयजल संकट के संबंध में बड़े चापाकल की आवश्यकता जताई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, राजगीर को आवश्यक पहल करने को कहा।

हरनौत प्रखंड के लोहरा पंचायत में न्यायमित्र पद पर अवैध बहाली की शिकायत पर जिलाधिकारी ने वरीय पदाधिकारी, हरनौत को जांच कमिटी गठित कर सत्यता की जांच कराने का निर्देश दिया।

एक महिला आवेदक द्वारा बिहार गृह रक्षक शारीरिक दक्षता परीक्षा के प्रवेश पत्र में लिंग त्रुटि (महिला की जगह पुरुष अंकन) की शिकायत पर जिलाधिकारी ने जिला समादेष्टा, गृह रक्षा वाहिनी को समाधान हेतु कार्रवाई का आदेश दिया।

रेलवे विभाग द्वारा बिना अधिग्रहण या सार्वजनिक सूचना के जमीन सीमांकन और बाउंड्री वॉल निर्माण संबंधी शिकायत पर प्रभारी पदाधिकारी, जिला राजस्व शाखा को जांच करने के निर्देश दिए गए।

वहीं, आशा बहाली में पैसों के लेन-देन की शिकायत पर जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन, नालंदा को गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया।

साथ ही, आम रास्ता, सिंचाई पईन और गैरमजरूआ सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता सह लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को निर्देशित किया।

इनके अलावा भी कई अन्य आवेदनों पर सुनवाई कर संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जनता दरबार में उपस्थित फरियादियों ने जिलाधिकारी की तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की।

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