अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। नालंदा जिले के रहुई प्रखंड में चार दिवसीय चैती छठ महापर्व का समापन शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर छठव्रतियों और श्रद्धालुओं ने पूरे विधि-विधान से भगवान भास्कर की उपासना की और अपने परिवार की सुख-समृद्धि एवं मंगलकामना की प्रार्थना की।
मोरा तालाब सहित विभिन्न घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
रहुई प्रखंड के मोरा तालाब स्थित सूर्य मंदिर और थाना परिसर स्थित तालाब सहित विभिन्न घाटों पर छठव्रतियों की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर व्रत संपन्न किया।
घाटों पर छठव्रतियों के साथ श्रद्धालु भी भक्ति भाव से पूजा-अर्चना में शामिल हुए और परिवार की सुख-शांति व समृद्धि के लिए भगवान सूर्य से आशीर्वाद मांगा।
प्रशासन द्वारा की गई व्यापक व्यवस्था
छठ महापर्व के सफल आयोजन को लेकर प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्था की गई थी। मोरा तालाब समेत अन्य घाटों पर साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, शौचालय, चिकित्सा सहायता, एम्बुलेंस, अग्निशामक गाड़ियों और शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। भागन बिगहा ओपी प्रभारी शैलेश कुमार झा स्वयं मौके पर मौजूद रहकर व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे थे। साथ ही, पुलिस बल को विभिन्न घाटों पर तैनात किया गया था ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो।
आस्था और श्रद्धा का महापर्व
चैती छठ महापर्व के इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। महिलाओं और पुरुषों ने पारंपरिक गीतों के साथ पूजा-अर्चना की। मोरा तालाब सहित विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह तक बनी रही। जैसे ही सूरज की पहली किरण जल में प्रतिबिंबित हुई, श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित कर व्रत का पारण किया।