अमर शहीद रामफल मंडल का 82वां शहादत दिवस नालंदा में मनाया गया

Written by Subhash Rajak

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संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। लोकतांत्रिक जन विकास पार्टी के तत्वावधान में आज शनिवार को नालंदा जिले के अस्थावां विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सरमेरा प्रखंड स्थित पार्टी कार्यालय में अमर शहीद रामफल मंडल का 82वां शहादत दिवस आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अरविंद धानुक ने की। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अमर शहीद रामफल मंडल अंग्रेजी शासन के समय देशभक्ति और वीरता की प्रतिमूर्ति थे। उनका जन्म 6 अगस्त 1924 को बिहार के सीतामढ़ी जिले के मधुरापुर गांव में हुआ। उनका विवाह 16 वर्ष की उम्र में जगपतिया देवी से हुआ।

रामफल मंडल ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। अंग्रेजों द्वारा सीतामढ़ी में गोली कांड में निर्दोष लोगों की हत्या के विरोध में उन्होंने 24 अगस्त 1942 को बाजपट्टी चौक में ब्रिटिश अधिकारियों पर हमला किया और तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी हरदीप नारायण सिंह, पुलिस निरीक्षक राम मूर्ति झा, हवलदार श्याम लाल सिंह और चपरासी दरवेशी सिंह की हत्या कर दी।

अंग्रेजी सरकार ने रामफल मंडल को 1 सितंबर 1942 को गिरफ्तार कर सीतामढ़ी जेल में बंद किया। बाद में उन्हें भागलपुर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया। गिरफ्तार होने के बाद उन्होंने कहा था कि “भारत की आजादी में मुझे फांसी भी मंजूर है।” उन्हें 23 अगस्त 1943 को मात्र 19 वर्ष और 17 दिन की उम्र में फांसी दी गई।

इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष विरमणी मंडल, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमोद कुमार, जिला सचिव श्रवण कुमार, योगेन्द्र कुमार, श्रीकांत प्रसाद, रामदेव प्रसाद, सुदामा महतो और दर्जनों कार्यकर्ताओं ने रामफल मंडल की तैलचित्र पर तिलक लगाकर पुष्प अर्पित किए।

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