अपना नालंदा संवाददाता
करायपरसुराय । झारखंड में हो रही लगातार बारिश का असर अब नालंदा जिले के करायपरसुराय प्रखंड में दिखने लगा है। बीते एक वर्ष से सूखी पड़ी लोकाइन नदी में अचानक तेज धाराओं के साथ बाढ़ का पानी आ गया, जिससे जहां एक ओर किसानों के चेहरों पर सिंचाई की उम्मीद से खुशी आई, वहीं दूसरी ओर तटबंध टूटने से भारी तबाही भी मच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीती रात करायपरसुराय प्रखंड के मकरौता पंचायत अंतर्गत कमरथु गांव, सांध पंचायत के बेरमा, पकरी गांव और अन्य स्थानों पर लोकाइन नदी के तीन स्थानों पर तटबंध टूट गए, जिससे आसपास के कई गांवों के खेतों में बाढ़ का पानी घुस गया।
तटबंध टूटने से मुसाढ़ी, कमरथु, फतेहपुर, गवा, रूपसपुर, छीतर बिगहा, जलालपुर, बेरमा, मेढमा सहित दर्जनों गांवों के खेतों में बाढ़ का पानी फैल गया है। लगभग 1000 एकड़ में लगे गर्मा धान और मक्का की तैयार फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। कई खेतों में हरी सब्जियां और मूंग की फसल भी डूब गई है।

किसानों ने बताया कि बाढ़ का पानी बहुत तेज धार के साथ आया, जिससे खेतों में लहलहाती फसलें देखते ही देखते जलमग्न हो गईं। तटबंध टूटने से पानी का बहाव अब भी जारी है, और निचले क्षेत्रों में लगातार पानी प्रवेश कर रहा है।
किसानों ने बताया कि वे गर्मा धान और मक्का की कटाई की तैयारी में लगे थे, तभी अचानक नदी में उफान आ गया और सारी मेहनत पानी में बह गई। कई किसान नष्ट फसल को देख कर फूट-फूट कर रोते नजर आए।
प्रशासन की ओर से एडीएम और सीओ सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच कर क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत कार्य में जुट गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर निगरानी बढ़ा दी है और प्रभावित किसानों को राहत पहुँचाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।