अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।राजगीर जू सफारी के कॉन्फ्रेंस हॉल में शनिवार को वर्ल्ड वेटरनरी डे के अवसर पर एक विशेष तकनीकी सेमिनार का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम रही — “पशु स्वास्थ्य के लिए एक टीम की आवश्यकता होती है”। इस दिन का उद्देश्य पशु चिकित्सकों के अमूल्य योगदान को सम्मानित करना और पशु स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व को आमजन तक पहुँचाना है।
सेमिनार का विधिवत उद्घाटन राजगीर जू सफारी के निदेशक रामसुंदर एम० ने दीप प्रज्वलन कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वन्यजीवों के बेहतर स्वास्थ्य, प्रबंधन और संरक्षण के लिए पशु चिकित्सकों के साथ-साथ वन विभाग, मानव स्वास्थ्य विभाग, फार्मास्यूटिकल्स उद्योग सहित विभिन्न विभागों के पेशेवरों के बीच आपसी तालमेल और टीम भावना से कार्य करना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने यह भी बताया कि पशु चिकित्सा न केवल पशुओं और वन्यजीवों की देखभाल तक सीमित है, बल्कि यह मानव स्वास्थ्य और समग्र पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पशु स्वास्थ्य बेहतर होने से संक्रामक रोगों की रोकथाम और जैव विविधता संरक्षण संभव हो पाता है।
सेमिनार में राजगीर जू सफारी के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० दलीप कुमार बैठा, डॉ० विक्रम कुमार, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी श्री शिवम कुमार के साथ-साथ नवादा जिले से वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ० जितेंद्र दीपक, डॉ० सुनील कुमार, डॉ० रविंद्र कुमार, शेखपुरा से डॉ० बिना कुमारी, डॉ० संतोष कुमार, नालंदा से डॉ० सुभाष सक्सेना और गया जिले से डॉ० कमलेश कुमार समेत कई अन्य चिकित्सकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने पशु स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए। सेमिनार में कैरस लैबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया और पशु स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा किए।
सेमिनार के अंत में निदेशक रामसुंदर एम० ने सभी उपस्थित पशु चिकित्सकों और प्रतिभागियों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में भी इसी तरह एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया।
विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी अनुभव और विचारों का आदान-प्रदान।
सेमिनार में विभिन्न जिलों के पशु चिकित्सकों की सक्रिय सहभागिता।




