प्रमुख इतिहासकार होंगे शामिल, छात्रों को मिलेगा विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण
अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। नालंदा कॉलेज, बिहारशरीफ में आगामी 27 मई (मंगलवार) को “भारत विभाजन की परिस्थितियाँ” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस शैक्षणिक आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारत के विभाजन के ऐतिहासिक, सामाजिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य की गहन जानकारी प्रदान करना है।
इस संगोष्ठी की जानकारी देते हुए इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. रत्नेश अमन ने बताया कि यह कार्यक्रम कॉलेज परिसर में आयोजित होगा, जिसमें इतिहास के कई प्रतिष्ठित विद्वान भाग लेंगे। मुख्य वक्ताओं में मगध विश्वविद्यालय के पूर्व इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. पियूष कमल सिन्हा तथा मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्राध्यापक डॉ. शिवेश कुमार शामिल होंगे।
नालंदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामकृष्ण परमहंस ने कहा कि यह संगोष्ठी छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी, क्योंकि इसके माध्यम से वे भारत विभाजन की पृष्ठभूमि, कारणों, प्रभावों एवं उससे जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को विस्तार से समझ सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संवाद एवं विमर्श छात्रों की चिंतन और विश्लेषण क्षमता को विकसित करते हैं।
कार्यक्रम में कॉलेज के शिक्षकगण, शोधार्थी तथा विद्यार्थी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। छात्र इस अवसर पर अपने सवाल मुख्य वक्ताओं के समक्ष रख सकेंगे। प्राचार्य ने यह भी बताया कि डॉ. रत्नेश अमन इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजनों के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहते हैं।
यह संगोष्ठी न केवल इतिहास के अध्ययन को समृद्ध बनाएगी, बल्कि छात्रों को समसामयिक और ऐतिहासिक घटनाओं के प्रति जागरूक भी करेगी।




