संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)।राजगीर स्थित विश्वस्तरीय नेचर सफारी और जू सफारी की ख्याति अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैल रही है। इसी कड़ी में शनिवार को नेपाल के चितवन नेशनल पार्क के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल राजगीर पहुंचा। यह दौरा मुख्य रूप से वन्यजीव संरक्षण प्रबंधन, इको टूरिज्म विकास, और द्विपक्षीय सहयोग के उद्देश्यों को लेकर आयोजित किया गया था।
प्रतिनिधिमंडल ने राजगीर जू सफारी की आधुनिक संरचना, प्राकृतिक वातावरण, और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए अपनाई गई पद्धतियों का अवलोकन किया। उन्होंने सफारी के रखरखाव की विशेष सराहना करते हुए कहा कि राजगीर सफारी दक्षिण एशिया में संरक्षण और ईको टूरिज्म का प्रेरणादायक मॉडल बन सकता है।
इस अवसर पर वन प्रमंडल पदाधिकारी, नालंदा – राजकुमार एम० एवं राजगीर जू सफारी के निदेशक – रामसुंदर एम भी उपस्थित रहे। दोनों अधिकारियों ने मेहमानों को सफारी के विभिन्न जोन, जानवरों की देखरेख, वन्यजीव चिकित्सकीय व्यवस्था, और पर्यटकों की सुविधाओं से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि चितवन नेशनल पार्क, जो नेपाल का पहला राष्ट्रीय उद्यान है और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है, वहां भी इस प्रकार के संरक्षण मॉडल को अपनाने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने भविष्य में दोनों देशों के बीच वन्यजीव संरक्षण, शोध और प्रशिक्षण के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की इच्छा भी जताई।
इस अध्ययन दौरे से यह स्पष्ट होता है कि राजगीर नेचर सफारी न केवल बिहार बल्कि देश के लिए भी वन पर्यटन और जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र में एक आदर्श उदाहरण बनकर उभर रहा है।