“बरगद वृक्ष की छांव में आस्था की वर्षा—हसनपुर में पारंपरिक बट व्रत पूजा सम्पन्न”

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
राजगीर।हसनपुर ग्राम स्थित सूर्य मंदिर परिसर में बुधवार को बरगद (बट) व्रत पूजा का आयोजन परंपरा, श्रद्धा और प्रकृति के प्रति सम्मान के भाव के साथ संपन्न हुआ। यह धार्मिक अनुष्ठान मंदिर के समीप तालाब किनारे स्थित प्राचीन बरगद वृक्ष के नीचे आयोजित किया गया। विशेष बात यह रही कि दिनभर रुक-रुक कर होती रही वर्षा के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई।

सुबह से ही पूरे गांव की महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर पूजा स्थल पर एकत्रित हुईं। उन्होंने विधिपूर्वक व्रत किया और बरगद वृक्ष की पूजा की। पूजा का संचालन सुनील पंडित और सूर्य मंदिर के पुजारी ने किया। व्रती महिलाओं ने सामूहिक रूप से सावित्री-सत्यवान की कथा का श्रवण किया। इस कथा में पति-पत्नी के अटूट प्रेम, पतिव्रता धर्म, और नारी शक्ति के महत्व का संदेश दिया गया।

पूजा के दौरान वर्षा होती रही, लेकिन श्रद्धालु महिलाओं ने इसे ईश्वर की कृपा मानते हुए भीगते हुए ही पूजा पूरी की। यह दृश्य श्रद्धा और प्रकृति के प्रति गहरी आस्था का प्रतीक बना। व्रत में न केवल माताएं और बहनें शामिल हुईं, बल्कि युवतियों की भी सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे परंपरा की निरंतरता का भाव प्रबल हुआ।

कार्यक्रम में समाजसेवी सुधीर पटेल का परिवार, अनीता सिन्हा, वीरेंद्र प्रताप सिंह आचार्य का परिवार, इंदू सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी महिलाएं और उनके परिवारों ने भाग लिया। सभी ने वृक्ष की परिक्रमा करते हुए पूजन किया और प्रसाद वितरण में सहयोग किया।

इस प्रकार का आयोजन न केवल धार्मिक परंपराओं का निर्वाह है, बल्कि यह समाज में पर्यावरण संरक्षण, नारी सम्मान और सामाजिक समरसता का भी संदेश देता है। बरगद वृक्ष, जो दीर्घायु और जीवन का प्रतीक है, उसके पूजन के माध्यम से हरित पर्यावरण की रक्षा का संकल्प भी दोहराया गया।

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